आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम के तहत 14 युवाओं का चयन
हैदराबाद, 21 अप्रैल (आईएएनएस)| बैडमिंटन के दिग्गज कोच पुलेला गोपीचंद ने आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉस एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम के तहत 14 प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों का चयन कर लिया है।
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने शनिवार को इसकी घोषणा की। चुने गए खिलाड़ी हैदराबाद स्थित गोपीचंद अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। यंगचैम्प्स प्रोग्राम के तहत चुने गए बच्चों में मुम्बई से नैशा कौर भाटोये, हैदराबाद से डी. अनधीप, दुबई से साक्षी प्रकाश, हैदराबाद से आर. स्पूर्थी, नई दिल्ली से वंश देव, हैदराबाद से शौर्या किरन, अहमदाबाद से सनय पटेल, कोयम्बटूर से साई प्रवीन एस. तेलंगाना से ए. भवेष रेड्डी, कर्नाटक से पवन सुरेश, ओडिशा से तुषित केजरीवाल, बेंगलुरू से अभिनव गर्ग, दुबई से रियान मोहन और हैदराबाद से चरन सिम्हा रेड्डी शामिल हैं।
एक कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद, 7 -11 वर्षों के बीच उम्र के इन प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों को पूरी तरह उनके प्रदर्शन, फिटनेस, रवैये, चपलता और फुटवर्क के आधार पर चुना गया है। कार्यक्रम के अगले चरण के दौरान ये यंगचैम्प्स गर्मी और सर्दियों की छुट्टियों के दौरान दो सप्ताह के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। चार सप्ताह के इस कार्यक्रम के दौरान इन खिलाड़ियों को नई तकनीक सीखने को मिलेगी।
इन बच्चों की तकनीकी और सामरिक कौशल को मजबूत करने के लिए गोपीचंद अकादमी के विशेष कोच प्रत्येक बच्चे की शारीरिक और मानसिक शक्ति का परीक्षण करने के लिए उनके व्यवहार, अनुशासन और निष्पक्ष खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आवंटित किए जाएंगे। बच्चे अकादमी में देश के शीर्ष राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने और उनका निरीक्षण करने में भी सक्षम होंगे, जो उन्हें कठिन प्रशिक्षण करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे।
प्रशिक्षण के अंत में, पुलेला गोपीचंद और उनकी टीम द्वारा प्रदर्शन, फिटनेस और प्रतिबद्धता के समग्र मूल्यांकन के आधार पर, प्रतिभाशाली बच्चों को गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में स्थायी रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो सकता है, जिसे आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस द्वारा प्रायोजित किया जाएगा।
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के सीएमओ कार्तिक रमन ने कहा, हमे उन चौदह बच्चों के नामों की घोषणा करने में प्रसन्नता हो रही है, जो हमारे पहले आईडीबी फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स हैं। पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में चार सप्ताह के अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम से चुने गए बच्चों के समग्र विकास के लिए सुधार के विशिष्ट क्षेत्रों में कोच की कुलीन टीम की अनुमति मिल जाएगी। दिग्गज खिलाड़ी और कोच गोपीचंद खुद कार्यक्रम में हर बच्चे पर नजदीकी नजर रखेंगे, क्योंकि हम उन लोगों की पहचान करना चाहते हैं जिन्हें हम भारत के अगले बैडमिंटन सितारे बनने के लिए पोषित और विकसित कर सकते हैं।
भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच और आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस के प्रोग्राम हेड पुलेला गोपीचंज ने कहा, मैं आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम के लिए इतनी जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने के बाद रोमांचित हूं। हजारों आवेदनों में 26 खिलाड़ियों को अलग कर पाना बेहद मुश्किल था। इससे भी कठिन अंतिम 14 खिलाड़ियों का चयन था। चुने गए सभी खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं और आगे जाने की क्षमता दिखाते हैं। अब हम प्रत्येक यंग चैम्प के साथ काम करते हुए उन्हें अपने कौशल को विकसित करने और आत्मविश्वास हासिल करने में मदद करेंगे।
आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम भारत में पहली बार जमीनी स्तर की बैडमिंटन की प्रतिभा तलाशने की पहल है। इसे पिछले साल दिसंबर में आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस प्रोग्राम और पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी द्वारा लांच किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के बीच बैडमिंटन को बढ़ावा देना है, और उभरते बैडमिंटन खिलाड़ियों की पहचान करना है, जो देश के अगले चैंपियन होंगे। पहले दौर में एक हजार से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनमें से 36 बच्चों को हैदराबाद में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए चयन किया गया था, जिसमें से अंतिम चौदह यंगचैम्प्स का चयन किया जाना था।