शिवा थापा बने पेशेवर, डब्ल्यूएसबी में इंडियन टाइगर्स के लिए खेलेगे
नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)| वर्ल्ड सीरीज ऑफ बॉक्सिंग (डब्ल्यूएसबी) की भारत में फिर वापसी हो रही है। इस सप्ताहांत मुक्केबाजी प्रेमी इस प्रतिष्ठित लीग के तहत एक के बाद एक दो मुकाबले देख सकेंगे क्योंकि भारतीय टीम-इंडियन टाइगर्स होम लेग के दूसरे चरण के मुकाबले खेलेगी।
इंडियन टाइगर्स दूसरे होम लेग के तहत 21 और 22 अप्रैल को दो रोमांचक मुकाबले खेलेगी। 21 को उसका सामना रूस की पेट्रियॉट बॉक्सिंग टीम से होगा जबकि 22 अप्रैल को उसे चीन की टीम चाइना ड्रैगन्स से भिड़ना है।
भारत को अब तक अपेक्षित परिणाम नहीं मिला है। भारत ने कजाकिस्तान और रूस में जाकर मुकाबले खेले हैं और अब वह दूसरे होम लेग के लिए तैयार है। भारतीय टीम घरेलू हालात का भरपूर फायदा उठाते हुए अपने खाते में जीत डालने की कोशिश करेगी। पहले होम लेग के मुकाबले रोहतक में खेले गए थे।
भारतीय टीम में बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं। उसमें अनुभवी और युवा जोश से भरपूर खिलाड़ियों का शानदार मिश्रण है। भारतीय टीम की अगुवाई एआईबीए वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके शिवा थापा (60 किग्रा) करेंगे। शिवा पेशेवर मुक्केबाज के तौर पर रिंग पर वापसी कर रहे हैं और इसके माध्यम से वह अपनी अलग छाप छोड़ना चाहते हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों के लिए गोल्ड कोस्ट का टिकट नहीं मिलने के बाद और पूरे साल चोटिल रहने के बाद शिवा पहली बार पेशेवर मुक्केबाजी में आगाज करेंगे। शिवा निश्चित तौर पर जोरदार शुरूआत करते हुए अपनी टीम को चाहने वालों को खुशी प्रदान करना चाहेंगे।
शिवा ने कहा, रीहैब के बाद मैं अपनी फिटनेस को लेकर आश्वस्त हूं। रीहैब के बाद मैं पहली बार रिंग में उतरूंगा। 2014 के बाद से सेमी प्रोफेशनल सर्किट में खेलने के बाद से मैं टाइगर्स के लिए पहली बार पेशेवर मुक्केबाजी में हाथ आजमाऊंगा। मैं इस मौके का फायदा उठाने और अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हूं।
शिवा के अलावा भारतीय टीम में वर्ल्ड चैम्पिनशिप में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाले काविंदर सिंह बिष्ट (52 किग्रा) भी हैं। काविंदर ने कजाकिस्तान लेग में अपनी टीम के लिए एक बाउट जीता था। अब वह रूसी टीम के खिलाफ भी जीत का लय बनाए रखना चाहेंगे।
इन दो अनुभवी मुक्केबाजों के अलावा इंडियन टाइगर्स में दो बार के नेशनल चैम्पियन सिल्वर मेडलिस्ट दुर्योधन सिंह नेगी (69 किग्रा), ब्रिजेश यादव (81 किग्रा) औ्र नरेंद्र (91प्लस) शामिल हैं और शनिवार को पेट्रियॉट टीम के साथ दो-दो हाथ करेंगे।
रविवार को मेजबान टीम का सामना एक ऐसी टीम से होगा, जिसके खिलाफ इस चैम्पियनशिप में अब तक सिर्फ एक जीत दर्ज की है। यह टीम चाइना ड्रैगन्स है। इस टीम ने हालांकि रूसी टीम को हराया है लेकिन इसके बावजूद यह ग्रुप स्टैंडिंग में सबसे नीचे है। बीते मुकाबले में उसे हेवीवेट कटेगरी में वॉकओवर भी मिला था।
2014 में ग्लासगो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 64 किग्रा का स्वर्ण जीतने वाले मंदीप सिंह जांगरा ड्रैगन्स टीम की परीक्षा लेंगे जबकि किंग्स कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले श्याम कुमार काकरा (49 किग्रा) बीते मैच में मिली हार के बाद जीत की पटरी पर लौटना चाहेंगे।
पहले होम लेग के हीरो रहे मोहम्मद इतास खान (56 किग्रा) एक बार फिर अपने मुक्कों का जोर दिखाने का प्रयास करेंगे। इतास ने बीते मैच में अपने विपक्षी मुक्केबाज को लहुलूहान कर दिया था। इसके अलावा संजीत (91 किग्रा) हेवीवेट कटेगरी में अपना वर्चस्व बनाना चाहेंगे। दिल्ली के रोहित टोकस (64 किग्रा) को अपने घरेलू प्रशंसकों से समर्थन की आस होगी और इसके दम पर वह अपने विपक्षी को नॉटआउट करना चाहेंगे।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, यह इस सीजन के लिए हमारा अंतिम होम लेग मैच होंगे और हम इसे जीत के साथ खत्म करना चाहते हैं। मुक्केबाजों के सामने डब्लूएसबी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर आगामी एशियाई खेलों के लिए अपनी क्षमता साबित करने का एक बड़ा मौका होगा क्योंकि एशियाई खेलों के लिए हमारी तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है। शिव थापा जैसे चैंपियन मुक्केबाजों को इंडियन टाइगर्स टीम का हिस्सा बनते देखकर खुशी हो रही है, जबकि हमारे देश के युवा मुक्केबाज भी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिंह ने आगे कहा, राष्ट्रमंडल खेलों में हमारी सफलता हमारे लगातार विदेशों में खेलते रहने तथा हमारी बढ़ती सुविधाओं का नतीजा है। डब्ल्यूएसबी प्लेटफार्म इसके इतर एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां हमारे मुक्केबाज काफी कुछ सीख सकते हैं और 2020 ओलम्पिक के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं। इस लीग के माध्यम से हम आगामी ओलम्पिक के लिहाज से कुछ और सीटें सुरक्षित कर सकते हैं और ओलम्पिक में पदक जीतने का प्रयास कर सकते हैं।
रोहतक में हुए पहले होम लेग में टाइगर्स को सभी मैचों में हार मिली थी। भारतीय खिलाड़ियों ने हालांकि घरेलू समर्थन के बीच काफी अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन वे हार गए थे। अब एक बार फिर भारतीय मुक्केबाज घरेलू समर्थन के बीच अपना फन दिखाने के लिए तैयार हैं।