दर्दनाक : शादी से पहले छूने के दोषी मिले कपल्स को सरेआम कोड़ों से पीटा
जकार्ता। इंडोनेशिया के आचे प्रांत में शुक्रवार को छह अविवाहित जोड़ों और दो सेक्स वर्करों को शरिया कानून तोड़ने की दर्दनाक सजा दी गई। इस्लामिक कानून तोड़ने पर सभी 8 आरोपितों को मस्जिद के बाहर बड़ी भीड़ के सामने कोड़े मारकर लहुलूहान किया गया।
शरिया के मुताबिक अविवाहित जोड़ों का कसूर ये था कि उन लोगों ने सरेआम शादी से पहले सरेआम एक-दूसरे को स्पर्श किया था और सुनवाई में ये लोग इसके दोषी पाए गए। वहीं सेक्स वर्करों को ऑनलाइन सेक्शुअल सर्विस ऑफर करने का गुनहगार पाया गया।
सेक्स वर्कर के आरोप में फंसी महिलाओं को 11-11 कोड़े मारे जाने थे, लेकिन पांचवें कोड़े के बाद दर्द से तड़प रही महिला ने हाथ खड़े कर दिए थे। उसके बाद उसे ड्रिंक दिया गया और फिर से कोड़े से पिटाई शुरू की गई। उनमें से 6 लोगों पर शादी से पहले एक दूसरे को छूने का आरोप लगा था। उन्हें 11 से 22 कोड़े मारे गए।
इंडोनेशिया के सुमात्रा के द्वीप के पास स्थित आचे में 8वीं शताब्दी से इस्लामिक कानून लागू है। 2001 में यहां शरीया कानून लागू कर दिया गया था।
हालांकि, इंडोनेशिया अकेला ऐसा मुल्क जहां कोड़े मारने की परंपरा आज भी जारी है। ईरान, सऊदी अरब और अफगानिस्तान जैसे देशों के कई जगहों पर सजा का यह क्रूर तरीका आज भी चलन में है।