जज लोया के भाई ने कहा, ‘टिप्पणी करना व्यर्थ है’
लातूर(महाराष्ट्र), 19 अप्रैल (आईएएनएस)| दिवंगत न्यायाधीश बी.एच. लोया के भाई श्रीनिवास लोया ने गुरुवार को न्यायाधीश लोया की मौत की जांच एसआईटी से कराए जाने की याचिका खारिज करने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि ‘यह व्यर्थ है’।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर में रहने वाले श्रीनिवास लोया ने कहा, हमारे पास कहने के लिए कुछ नहीं है.. जो कुछ हो गया, वह हो गया। अब हम क्या कर सकते हैं?
उन्होंने कहा, जब सर्वोच्च न्यायालय ने प्रशांत भूषण जैसे बड़े वकील पर ध्यान नहीं दिया तो उनके सामने हमारी हैसियत क्या है..हम काफी छोटे लोग हैं।
श्रीनिवास लोया ने कहा, सबसे अच्छा रहेगा कि हम इस मामले में अब कुछ नहीं बोले। यह हमारी कैसे मदद करेगा? हम आगे कुछ नहीं कर सकते.. यह व्यर्थ है।
सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर और डी.वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि याचिका में कोई दम नहीं है और न्यायाधीश लोया की मौत प्राकृतिक तरीके से हुई थी।
न्यायाधीश लोया हाईप्रोफाइल माने जाने वाले कथित सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे।