कम्प्यूटर इंजीनियर ने गैंगस्टर युवती से कर ली लव मैरिज, पता चला तो जान पर बन आई
अमृतसर। प्यार में दिल दे बैठना कोई खराब बात नहीं है और न प्रेम विवाह करने में कोई बुराई है। लेकिन पहली नजर के प्यार में तगड़ा धोखा भी हो सकता है और ये धोखा प्रेमी या प्रेमिका की जान को खतरे में भी डाल सकता है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक कम्प्यूटर इंजीनियर युवक एक ऐसी युवती के प्रेमजाल में फंस गया कि उसकी जान पर आफत बन आई। इंजीनियर युवक ने जिस लड़की को अपना जीवन संगिनी बनाया, वह न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर जाने-माने गैंगस्टर विजय टोपी के गिरोह की सदस्य थी, बल्कि एक हार्डकोर क्रिमिनल
भी थी।
उसके खिलाफ अलग-अलग पुलिस थानों में जुर्म से जुड़े कई मुकदमे दर्ज थे। वहीं कई मामलों में अलग-अलग अदालतें उसे भगौड़ा भी घोषित कर चुकी थी। इंजीनियर बेटे के पिता को कुछ भनक लगी तो उन्होंने परेशान होकर ट्रेन के आगे खुदकुशी कर ली। उसके पश्चात जैसे-जैसे परतें खुलीं तो ऐसे राज सामने आए कि इंजीनियर पति के पांवों तले से जमीन ही खिसक गई।
कम्प्यूटर इंजीनियर के पिता द्वारा अपनी पुत्रवधू से तंग आकर खुदकुशी करने के बाद उसकी पत्नी के खिलाफ केस भी दर्ज हुआ था। मामले में उसकी गिरफ्तारी होने के पश्चात उससे की गई पूछताछ के दौरान ऐसे कई खुलासे हुए कि कम्प्यूटर इंजीनियर का परिवार ही नहीं, बल्कि खुद पुलिस भी हैरान रह गई। पता चला कि यह युवती कोई और नहीं, बल्कि जाने-माने गैंगस्टर विजय टोपी के गिरोह की मुख्य सदस्य भी है। ये लड़की अपने कई नाम बदल कर रह रही थी। इसके खिलाफ वेश्यावृत्ति के मामले के साथ-साथ जुर्म के कई मामले थानों में दर्ज हैं।
स्थानीय बटाला रोड निवासी एक कम्प्यूटर इंजीनियर, जो देश की एक मशहूर कम्प्यूटर कंपनी में काम करता था। करीब 11 वर्ष पहले पहली ही नजर में स्थानीय जंडियाला कस्बे के पास स्थित एक गांव में रहने वाली सुंदर युवती को दिल दे बैठा। उसने नवम्बर 2015 में स्थानीय सिविल अदालत में अपनी पत्नी के खिलाफ गार्डियन एंड वार्ड एक्ट 1890 के तहत सिविल केस दायर किया था। इसमें उसका कहना था कि वर्ष 2007 में उनकी मुलाकात हुई थी।
इस दौरान एक-दूसरे के नजदीकियां बढने के पश्चात उन्होंने नवम्बर 2007 में बिना किसी दहेज के शादी कर ली थी। इस शादी से अप्रैल 2009 में उनकी एक बेटी पैदा हुई थी। अब कोर्ट ने 9 साल की बेटी की भी उसके पिता के हवाले करने का आदेश दिया है।