यूपी बोर्ड का रिजल्ट चाहे जब आए, लेकिन 4 लाख से ज्यादा तो पहले ही फेल हो गए
यूपी बोर्ड का रिजल्ट घोषित होने से पहले ही इंटर के 4 लाख से ज्यादा छात्र–छात्राएं फेल हो गए हैं। इन छात्रों ने बोर्ड परीक्षा बीच में ही छोड़ दी थी। बोर्ड के नियमों के मुताबिक इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल होने पर परीक्षार्थी को फेल करार दिया जाता है। इसलिए इंटर के ऐसे छात्र जिन्होंने बीच में परीक्षा छोड़ दी या एक पेपर नहीं दिया हैं, वे सभी फेल हो चुके हैं।
वैसे तो 11 लाख से अधिक छात्रों ने परीक्षा छोड़ी थी। वैसे बता दें कि हाईस्कूल में नियम है कि छह में से पांच विषय में भी पास होने पर भी ओवरऑल रिजल्ट में पास मान लिया जाता है। इसलिए यह कहना मुश्किल है कि परीक्षा छोड़ने वाले हाईस्कूल के लाखों छात्रों में कितने फेल होंगे। हालांकि बड़ी संख्या में 10वीं के छात्रों के फेल होने की भी आशंका है।
सूत्रों के अनुसार खबर है कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के नतीजों की घोषणा 28 से 30 अप्रैल में से किसी दिन भी हो सकती है। कॉपियों का मूल्यांकन पूरा होने के बाद बोर्ड के अधिकारी रिजल्ट तैयार करने में जुट चुके हैं।
रिजल्ट की घोष्णा होते ही यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in, Upresult nic in पर जाकर रिजल्ट किया जा सकेगा। प्रशासन के सख्त निर्देश है कि हर हाल में अप्रैल में रिजल्ट घोषित कर दिया जाए ताकि 11वीं के बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न होने पाए। गौरतलब है कि बोर्ड की 5 करोड़ से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन 248 केंद्रों पर 17 से 31 मार्च तक कराया गया है।
साल 2018 की बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 66,37,018 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 11.29 लाख छात्र-छात्राओं ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी थी। माना जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के परीक्षा छोड़ने के कारण पिछले साल की तुलना में परिणाम प्रतिशत कम हो सकता है।