ट्रंप से मुलाकात, प्लेन ख़राब: तो क्या अपने ही बमों पर बैठकर उड़ेगा तानाशाह?
नई दिल्ली। अगर ख़बरों की माने तो एक इंसान जिसने अपने धमाकों से जापान को भूकंप के झटके और सुनामी दी, जिसने धरती की भौगोलिक स्थिती बदल दी। वो इंसान प्लेन में उड़ने से डरता है, वो भी अपने खुद के प्लेन में। ये ‘वो इन्सान’ और कोई नहीं, किम जोंग उन ही हैं। हाँ, वहीं जो नार्थ कोरिया के तानाशाह कहलाते हैं।
अभी कुछ दिनों पहले ये तानाशाह चीन गए थे। जहाँ उन्होंने एक ट्रेन से सफ़र किया था। उस ट्रेन की चर्चा इतनी ज्यादा हुई कि लोग उनके दौरे का उद्देश को ही भूल गए। क्योंकी ये ट्रेन बख्तरबंद थी। बताया तो यहाँ तक जाता है कि वो अपने आप में एक चलती फिरती युद्ध टैंक थी। खैर, आपने गौर किया कि तानाशाह ने ट्रेन से ही सफ़र क्यों किया? प्लेन से क्यों नहीं किया? असल में किम जोंग उन को अपने अधिकारिक प्लेन से उड़ान भरने में डर लगता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनके पास जो प्लेन है वो राईट बंधुओं से भी पहले के ज़माने का मालूम पड़ता है।
जानकारों की मानें तो असल में ये प्लेन शीतयुद्ध के समय का है और इतनी खराब हालत में है कि इससे उड़ान नहीं भरी जा सकती। अगर उड़ान भरी तो कभी भी ईंधन के चलते इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ सकती है। नहीं समझे? सरल भाषा में कहें तो इतना ख़राब माइलेज देता है कि एक बार टंकी फुल करा के युरोप तक भी नहीं जाया जा सकता। ऐसे में ट्रम्प से तानशाह की मुलाकात कैसे होगी?
असल में दोनों देशो के बीच जून में मुलाकात तय की गई है। इस बैठक की जगह और तारीख तो अभी तय नहीं है लेकिन दोनों देशो के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर कई अहम् मुद्दों पर बातचीत होगी। मुलाकात कहीं भी हो, ट्रम्प को अपना प्राइवेट जेट लेकर दनदना के पहुँच जाएंगे लेकिन दुनिया को दहलाने वाले पैदल तानाशाह कैसे जाएंगे?