सरकारी एजेंसियों ने 12 अप्रैल तक 33 लाख टन गेहूं खरीदे
नई दिल्ली, 13 अप्रैल (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में सरकारी एजेंसियों की गेहूं खरीद में तेजी आई है, लेकिन देश में सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद करने वाले राज्य पंजाब में अभी गेहूं की आवक जोर नहीं पकड़ी है।
दरअसल, पंजाब में बैसाखी के त्योहार के बाद ही गेहूं की आवक शुरू होती है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और राज्य सरकार की एजेंसियों ने चालू गेहूं खरीद सीजन 2018-19 में 12 अप्रैल तक देशभर में 32.94 लाख टन गेहूं की खरीद की। पिछले सप्ताह तक सरकारी एजेंसियों ने प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में कुल 13.15 लाख टन गेहूं खरीदा था। एफसीआई ने अब तक 3.52 लाख टन और राज्यों की एजेंसियों ने 29.42 लाख टन गेहूं खरीदा है।
एफसीआई की वेबसाइट पर गेहूं की सरकारी खरीद के आंकड़ों के मुताबिक, 12 अप्रैल तक सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में 19.15 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। इसके बाद हरियाणा में सरकारी एजेंसियों ने अब तक 9.93 लाख टन गेहूं खरीदा है, जिसमें एफसीआई का हिस्सा 1.99 लाख टन और राज्य की एजेंसियों का हिस्सा 7.94 लाख टन है।
उत्तर प्रदेश में एफसीआई ने 25,000 टन और राज्य सरकार की एजेंसियों ने 1.73 लाख टन गेहूं खरीदा है। देश के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में अब तक 1.98 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है।
राजस्थान में एफसीआई ने 1.22 लाख टन और राज्य की एजेंसियों ने 5,000 टन गेहूं खरीदा है। राजस्थान में अब तक महज 1.27 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो पाई है।
गुजरात में राज्य सरकार की एजेंसियों ने चालू रबी खरीद सीजन में महज 13,000 टन गेहूं खरीदा है।
वहीं, पंजाब में अब तक महज 46,000 टन गेहूं की खरीद हो पाई है, जिसमें एफसीआई का हिस्सा 5,000 टन और राज्य की एजेंसियों का हिस्सा 41,000 टन है। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब में 15 अप्रैल से गेहूं की आवक व खरीद जोर पकड़ेगी।
इसके अलावा उत्तराखंड में 1,000 टन और चंडीगढ़ में 1,000 टन गेहूं की खरीद हो पाई है।
इस साल केंद्र सरकार ने पिछले साल के 308 लाख टन के मुकाबले 320 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है, जिसमें सबसे ज्यादा पंजाब में 119 लाख टन और हरियाणा में 74 लाख टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मगर, दोनों प्रदेशों में इस साल गेहूं की पैदावार अच्छी होने के कारण पंजाब सरकार ने हाल ही में 130 लाख टन और हरियाणा सरकार ने 80 लाख टन गेहूं की खरीद की घोषणा की है। पिछले साल पंजाब में 117 और हरियाणा में 74.32 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी।
मध्यप्रदेश में पिछले साल पूरे सीजन में 67.25 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस साल केंद्र ने मध्यप्रदेश में 67 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है।
राजस्थान में महज 12.45 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस साल सरकार ने 16 लाख टन खरीद का लक्ष्य रखा है।
देश में गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में इस साल सरकार ने 40 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है, जबकि पिछले साल सरकारी एजेंसियों ने कुल 36.99 लाख टन की खरीद की थी।
बिहार में इस साल दो लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है, जबकि पिछले साल वहां केंद्रीय पूल के लिए कोई खरीद नहीं हुई थी। उत्तराखंड में इस साल एक लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य है, जबकि यहां पिछले साल महज दो हजार टन खरीद हुई थी। गुजरात में इस साल 50 हजार टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है। इसके अलावा, 50,000 टन गेहूं अन्य राज्यों से खरीदा जाएगा।
गौरतबल है कि इस साल देश में 100 करोड़ टन गेहूं का उत्पाद होने की उम्मीद की जा रही है, हालांकि 15 फरवरी को केंद्र सरकार की ओर से जारी दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक, फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) के रबी सीजन यानी चालू कटाई सीजन में देश में गेहूं का उत्पादन 971 लाख टन होने का आकलन किया गया है। पिछले साल फसल वर्ष 2016-17 के अंतिम उत्पादन अनुमान में देश में 98.51 लाख टन गेहूं उत्पाद होने का आकलन किया गया है।
मालूम हो कि पिछले साल गेहूं का रकबा रिकॉर्ड 317.88 लाख हेक्टेयर था, जबकि इस साल 2017-18 में पिछले साल से 4.27 फीसदी घटकर 304.29 लाख हेक्टेयर रह गया है।
चालू खरीद सीजन 2018-19 में केंद्र ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,735 रुपये प्रति कुंटल तय किया।