60 प्रतिशत बने तो छात्र ने किया ऐसा……
एजेंसी/ नई दिल्ली : देश की राजधानी में स्टूडेंट कि खुदखुशी का एक मामला सामने आया है. वो डॉक्टर बनना चाहता था. परिवार का सपना था कि उनका बेटा एक अच्छा डॉक्टर बने. लेकिन 12वी का रिजल्ट आया तो परिवार के सपने कांच कि तरह टूटकर बिखर गए. 12वीं का रिजल्ट आने के कुछ देर के बाद ही इस परिवार का चिराग विद्या राज ने अपने ही बेल्ट से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
विद्या का सपना था कि वह एक अच्छा डॉक्टर बने इसके लिए उसने तैयारी भी शुरू कर दी थी. बारहवीं में उसके करीब 60 प्रतिशत नंबर भी आया था. लेकिन विद्या रिजल्ट के आने के बाद ही परेशान हो गया और दोपहर के वक्त जब घर में कोई नहीं था उसने कमरे में बेल्ट से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. 18 वर्षीय विद्या राज को लगा कि शायद कम नबर आने के कारण वह डॉक्टर नहीं बनेगा इस वजह से उसने आत्महत्या कर ली, उसे लगा कि शायद इतने नंबर उसके डॉक्टर बनने के लिए काफी नहीं है, बस इसी गम में उसने खुदकुशी कर ली.
वह नारायणा गांव के ही सरकारी स्कूल का छात्र था और अपने मां-बाप का इकलौता चिराग था. इस घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है. उनका बस यही कहना है कि वो विद्या की हर जरूरत पूरी करते थे. खुदकुशी की जानकारी के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस का कहना है कि अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, घरवालों और आस-पास के लोगों का बयान दर्ज किया जा रहा है.