नेपाल की स्थिरता में भारत का स्थायी हित : कोविंद
नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)| राष्ट्रपति भवन में नेपाली प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और उनकी पत्नी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि भारत नेपाल की स्थिरता और आर्थिक समृद्धि का ध्यान रखते हुए उसकी (नेपाल) प्राथमिकताओं के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए तैयार है, क्योंकि नेपाल की स्थिरता में भारत का स्थायी हित है। फरवरी में दोबारा सत्ता में लौटने के बाद ओली का यह पहला भारत दौरा है। दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया।
ओली का स्वागत करने के बाद राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, भारत का हित नेपाल की स्थिरता और आर्थिक समृद्धि में है। नेपाल की प्राथमिकता के आधार पर भारत नेपाल के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है।
दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों की सराहना करते हुए कोविंद ने कहा, भारत और नेपाल के बीच जैसा मित्रतापूर्ण और सहयोगात्मक संबंध है, वैसा दुनिया के दूसरे देशों में नहीं है। उच्च राजनीतिक स्तर पर नियमित रूप से आवागमन उस प्राथमिकता को दर्शाता है, जिसे हम हमारी विशेष साझेदारी से जोड़ते हैं।
ओली ने इस सराहना पर कहा कि उनकी सरकार ने भारत जैसे दोस्त को प्राथमिकता दी है, जिसने उनके देश को गरीबी से लड़ने में मदद की है।
उन्होंने कहा, मित्रता बेहद महत्वपूर्ण है। हमने गरीबी उन्मूलन, जीवन स्तर सुधारने के उद्देश्य के साथ हमारी दोस्ती विकसित की है। हमारी मित्रता ऐतिहासिक, नवीनीकृत, विकसित और बहुत लाभदायी है। आगे की ओर देख रहा और पीछे की ओर नहीं देख रहा।
ओली का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, हमें विश्वास है कि उनके बुद्धिमत्तापूर्ण नेतृत्व में नेपाल अपने लोगों के लिए तेजी से सामाजिक -आर्थिक परिवर्तन का एक नया ढर्रा तैयार करेगा।
भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए ओली और उनकी पत्नी राधिका शाक्य राष्ट्रपति भवन जाने से पहले महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट पहुंचे।
तनावपूर्ण संबंधों के बीच ओली की भारत यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह पत्नी व 54 सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की ओर से ज्यादा से ज्यादा निवेश की इच्छा लिए यहां पहुंचे हैं।
ओली ने दौरे के पहले दिन शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की और नेपाल-भारत संबंधों के विभिन्न आयामों पर चर्चा पर की।