भाजपा की 2019 में जीत का संकल्प लें : शाह
मुंबई, 6 अप्रैल (आईएएनएस)| आम चुनाव 2019 के लिए प्रचार की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले लोकसभा चुनाव में दोबारा सत्ता हासिल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘न्यू इंडिया’ के सपने को पूरा करने में मदद करने की शपथ दिलाई। भाजपा के 38वें स्थापना दिवस पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर मोदी सरकार की उपलब्धियां बताने की अपील की।
उन्होंने कहा, हम अगला चुनाव नारों और खोखले चुनावी भाषणों के दम पर नहीं, बल्कि सरकार की उपलब्धियों के दम पर लड़ना चाहते हैं।
शाह ने कहा, हमें आम चुनाव 2019, और ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा जीतने तथा महाराष्ट्र में दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए शपथ लेनी चाहिए। यह भाजपा के स्वर्णिम युग की शुरुआत होगी।
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के प्रयास का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कहा, जब बाढ़ आती है तो सभी प्राणी खुद को बचाने के लिए इकट्ठे हो जाते हैं।
उन्होंने कहा ,साल 2014 से मोदी एक बाढ़ लाए हैं। तबसे कांग्रेस 11 राज्यों से बेदखल हो चुकी है और भाजपा हर राज्य में जीती है। अब सभी दल उनके खिलाफ एक होकर चुनाव लड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को राहुल बाबा कहकर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पंवार से झटका मिलने के बाद वह हर जगह जाकर एक ही बात पूछ रहे हैं कि ‘मोदी ने चार साल में क्या किया है?’
शाह ने कहा, राहुल बाबा, हम आपसे पूछना चाहते हैं कि जब चार पीड़ियों तक आपकी सरकार रही तो आपकी पार्टी ने क्या काम किया? जनता जानना चाहती है।
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम पर राहुल की आशंका पर शाह ने कहा कि भाजपा देश में आरक्षण कभी खत्म नहीं करेगी और किसी अन्य दल द्वारा ऐसा करने की कोशिश करने पर भाजपा विरोध करेगी।
राजग की उपलब्धियां बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने स्वच्छ, भ्रष्टाचार रहित और समावेशी सरकार दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं ने देश के गरीब से गरीब व्यक्ति को फायदा पहुंचाया है। 50 करोड़ परिवारों का पांच लाख रुपये का बीमा, 10 करोड़ परिवारों को विद्युत कनेक्शन, कृषि उत्पादों की ऊंची कीमतें भाजपा सरकार में हुई हैं।