रेप के बदले रेप करने का जारी हुआ फरमान, लेकिन रेपिस्ट की बहन का क्या कसूर था?
अब तक आपने इंसाफ के कई तरीकों के बारे में सुना होगा। कुछ इंसाफ के तरीके बेहद जायज़ होते हैं तो कुछ इंसाफ के तरीके बेहद क्रूर होते हैं। लेकिन खबर इंसाफ के एक बेहद घिनौने तरीके के बारे में हैं।
इस तरीके के बारे में सुन कर आप जुर्म करने से पहले एक बार ज़रूर सोचेंगे। 1973 में एक फिल्म आई थी ‘जैसे को तैसा’ एक पुरानी कहावत भी है ‘जैसी करनी, वैसी भरनी’, तरीका इन्ही कुछ शब्दों के आस-पास घूमता है।
घटना पाकिस्तान की है जहां एक शख्स ने एक लड़की का रेप किया जिसके बदले में उसकी सज़ा ये तय हुई की रेप विक्टिम का भाई, रेपिस्ट की बहन का रेप करेगा। ताज्जुब की बात ये है कि ये सज़ा दोनों परिवारों ने मिल के तय की है।
पूरा मामला 20 मार्च का है जहां पकिस्तान के पंजाब के टोबा टेक सिंह नाम के जिले में एक शख्स ने एक लड़की का रेप किया। दोनों परिवारों ने आपस में मिल झुल कर इंसाफ या सज़ा तय करने का सोचा।
सज़ा ये तय हुई कि रेप करने वाले की बहन के साथ भी रेप होगा और रेप विक्टिम का भाई ही रेप करेगा। 21 मार्च को रेप विक्टिम के भाई ने रेपिस्ट की बहन के साथ रेप किया। अब सोचने वाली बात है कि कौन इंसान है और कौन हैवान? शर्मिंदगी और हैवानियत की इससे ज्यादा की हद क्या होगी?