आधार कार्ड में होने जा रहा ये बड़ा बदलाव, पढ़ लें खबर वर्ना पड़ जाएंगे दिक्कत में
नई दिल्ली। विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआई) आधार कार्ड धारकों के डेटा लीक से संबंधित खबर को खारिज कर दिया है। यूआइडीएआई ने शनिवार को जोर देकर कहा कि आधार के डेटाबेस में कहीं कोई सेंध नहीं लगी है। यूआइडीएआइ का यह बयान एक टेक्नोलॉजी न्यूज पोर्टल ‘जेडडीनेट’ की उस खबर के बाद आया है जिसमें एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने दावा किया कि एक सरकारी यूटिलिटी कंपनी की वेबसाइट से आधारकार्ड धारकों के बैंक विवरण समेत कई निजी जानकारियां डाउनलोड की जा सकती हैं।
हालांकि आधार कार्ड का डेटा लीक होने की खबरों के बीच यूआइडीएआई ने बड़ा फैसला लिया है। यूआइडीएआई उंगलियों के निशान और आंखों की पुतलियों के अलावा अब ‘चेहरे की पहचान’ करेगा।
UIDAI ने 1 जुलाई, 2018 से इसे लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि 12 अंकों वाला विशिष्ट पहचान पत्र जारी करने वाली एजेंसी UIDAI ने जनवरी में यह घोषणा की थी कि वह फेस ऑथेंटिकेशन फीचर को भी शामिल करेगी। इस फीचर से उन लोगों को फायदा होगा जिनके फिंगरप्रिंट या आंख को स्कैन करने में दिक्कतें आ रहीं थीं।
UIDAI ने बताया कि चेहरे की पहचान वाला फीचर फिंगरप्रिंट, आइरिश या ओटीपी में से किसी एक के साथ होगा। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के सामने दी गई एक प्रेजेंटेशन में UIDAI के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा था कि आधार डेटा लीक करने के लिए दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर को भी अनगिनत साल लग जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट को सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए ही उन्होंने बताया था कि फेस ऑथेंटिकेशन 1 जुलाई से शुरू कर दिया जाएगा।
‘1 बिलियन’ नाम की प्रेजेंटेशन सुप्रीम कोर्ट को देते हुए UIDAI के सीईओ ने कहा था, ‘चेहरे की पहचान वाला फीचर फिंगरप्रिंट, आइरिश या ओटीपी में से किसी एक फीचर के साथ 1 जुलाई से शुरू हो जाएगा।’ उन्होंने बताया था कि अभी तक 1,696.38 करोड़ आधार ऑथेंटिकेशन और 464.85 करोड़ ई-केवाईसी ट्रांजैक्शंस अभी तक हो चुके हैं।