पटना। पत्रकारों पर हो रहीं लगातार हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बिहार कटघरे में है। बिहार के भोजपुर जिले में रविवार रात अपराधियों ने दो पत्रकारों की जीप से रौंदकर हत्या कर दी। हत्या का आरोप गड़हनी के एक पूर्व मुखिया के परिजनों पर लगाया जा रहा है। यह वारदात आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर गड़हनी थाना क्षेत्र के नहसी गांव के समीप हुई।
खबरों के मुताबिक रामनवमी जुलूस के कवरेज के बाद घर लौट रहे पत्रकार नवीन निश्चल और उनके साथी विजय सिंह की जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई। निश्चल (35) और 25 वर्षीय विजय की मौके पर ही मौत हो गई। जिन दो पत्रकारों की मौत हुई है उनमें से एक दैनिक अखबार में जबकि दूसरे पत्रिका में कार्य करते थे।
जानकारी के मुताबिक नवीन अपने साथी विजय कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर गड़हनी से गांव लौट रहे थे। इसी क्रम में नहसी के समीप पीछे से जा रही पूर्व मुखिया की स्कार्पियो ने बाइक में जोरदार ठोकर मार दी। इसमें बाइक पर सवार दोनों लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
वारदात के आरोपी गाड़ी छोडक़र मौके से फरार हो गए। घटना से गुस्से में आए लोगों ने पुल पर शवों को रख कर आरा-सासाराम स्टेट हाईवे जाम कर दिया। जीप में आग लगा दी और दुकानों में तोडफ़ोड़ की। रात 11 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को काबू में किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घटना को अंजाम देने से पहले रविवार शाम को ही हरसू और नवीन के बीच गड़हनी बाजार में विवाद हुआ था। इसके बाद पूर्व मुखिया ने नवीन को इसका अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। भोजपुर के एसपी अवकाश कुमार का कहना है कि पूर्व मुखिया हरसू के घर पुलिस भेजी गई थी लेकिन वह अपने बेटे के साथ फरार है।
इससे पहले भी हो चुकी हैं वारदातें
यह कोई नयी घटना नहीं है इससे पहले भी बिहार में पत्रकारों पर हमले होते रहे हैं। इससे एक साल पहले सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।