राम नवमी के दिन सम्मेलन हिंदूओं को डराने की साजिश : रिजवी
लखनऊ, 25 मार्च (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने सद्भावना एकता सम्मेलन के बहाने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद पर पाकिस्तान की साजिश के तहत हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप मढ़ा।
रिजवी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के विरोधी कल्बे जव्वाद ने राम नवमी के दिन अपने सद्भावना सम्मेलन में हिंदू समाज को शरीक होने का न्योता नहीं दिया।
रविवार को लखनऊ स्थित बड़े इमामबाड़े में शिया व सूफी सद्भावना सम्मेलन आयोजित किया गया। मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में मजलिस के महासचिव शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के अलावा तमाम शिया और सुन्नी उमेला व सूफी भी शामिल हुए।
वसीम रिजवी का कहना है कि एकता के नाम पर किए गए सम्मेलन में सिर्फ शिया मुसलमान और सुन्नी सूफी मुसलमानों को बुलाया गया है। सम्मेलन का मकसद राम नवमी के दिन मुसलमानों की भीड़ जमा कर हिंदू समाज को डराना है।
उन्होंने कहा कि एकता के नाम पर सिर्फ दो मुस्लिम समाजों का सम्मेलन एकता सम्मेलन नहीं हो सकता। ऐसे सम्मेलन देश के लिए खतरा है।
रिजवी ने कहा कि मौलवी कल्बे जव्वाद और दूसरे कट्टरपंथी मुल्लाओं ने सम्मेलन में हिंदू समाज को शरीक होने का न्योता नहीं दिया है, यह पाकिस्तान की एक साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है।
उन्होंने कहा कि कल्बे जव्वाद लगातार हिंदू समाज की भावनाओं को अपमानित कर रहे हैं। वह अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाए जाने के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि एकता का ढोंग करने वाले कट्टपंथी मुल्ला देश के लिए एक बड़ा खतरा है।