कैसे होती है पॉर्न फिल्मों की शूटिंग, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
हो सकता है कि आपने किसी फिल्म की शूटिंग होते देखी हो। लेकिन क्या आपने पॉर्न फिल्मों की शूटिंग होते देखी है। नहीं ना। तो हम आपको यहां बताने जा रहे है कि पॉर्न फिल्मों की शूटिंग किस तरह की जाती है।
इनमें कौन-कौन लोग शामिल होते हैं। इस शूटिंग में महिलाओं की क्या भूमिका होती है। आपकी इस जिज्ञासा को हम दूर कर देते हैं। हम आपको यहां दिखाने–बताने जा रहे हैं कि पॉर्न फिल्मों की शूटिंग किस तरह होती है।
किसी भी वीडियो को शूट करने के लिए किसी अच्छे लोकेशन की जरूरत होती है। अब मामला चूंकि पॉर्न का है तो इसके लिए आउटडोर लोकेशन न होकर इनडोर शूट ही ज्यादा किए जाते हैं और उसके लिए जरूरत होती है एक अच्छे सेट की। पॉर्न फिल्मों के सेट कुछ खास और रंगीन किस्म के होते हैं…तो सबसे पहले आपको दिखाते हैं कि पॉर्न फिल्मों के सेट कैसे बनाये जाते हैं। पॉर्न फिल्मों में महिलाएं भी बतौर कैमरापर्सन काम करती हैं। जैसे इस फोटो में एक महिला कैमरापर्सन शूट कर रही है।
हर सीन की होती है प्लानिंग –
पॉर्न फिल्में शूट होने से पहले स्क्रिप्ट लिखी जाती है। ऐसा नहीं है कि कपल को ऐसे ही बिस्तर पर सीन करने भेज दिया जाता हो। कलाकारों को समझाया जाता है कि सीन कैसे शूट करना है और यहां किस तरह के एक्सप्रेशन की जरूरत है।
पॉर्न फिल्मों में सिर्फ लड़के और लड़की को ही सेक्स नहीं दिखाया जाता है बल्कि समलैंगिक सेक्स यानी होमो ओर लेस्बियन सेक्स की भी काफी फिल्में बनाई जाती हैं। इस सेट में भी उसी तरह की शूटिंग की जा रही है।
लाइटिंग पर भी देते हैं पूरा ध्यान –
पॉर्न फिल्मों में लाइटिंग पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है क्योंकि यहां पर लाइटिंग का गलत एंगल पूरे सीन को खराब कर सकता है। सीन से पहले ही एक्ट्रेस गाउन पहनकर तैयार रहती हैं। विजुअल इफेक्ट्स का भी इस्तेमाल किया जाता है।
सीन को शूट करने से पहले एक्टर्स के साथ अलग पोजिशन में सीन के हर एक एंगल को जांचा जाता है कि शूटिंग के वक्त सीन में किस तरह का लुक देना है।
कई बार सिर्फ फोटो शूट ही किया जाता है जिसमें केवल एक व्यक्ति ही एक्टर्स के साथ मौजूद होता है और इसमें केवल एक महिला कैमरापर्सन भी हो सकती है।
तो इस तरह पॉर्न फिल्मों की शूटिंग करना बहुत तजुरबे का काम माना गया है। हालांकि पॉर्न देखने में इस तरह की टेक्नीकल बातों पर किसी का ध्यान भले ही न जाता हो लेकिन इन फिल्मों की शूटिंग भी उतनी ही सावधानी से की जाती है जितनी कि बाकी फिल्मों की होती है।