कांग्रेस दूसरी बार संप्रग के प्रयोग में सफल नहीं होगी : माकपा
नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)| मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा है कि कांग्रेस दूसरी बार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के प्रयोग में सफल नहीं होगी क्योंकि वह अपनी पूरी विश्वसनीयता खो चुकी है।
माकपा ने कहा कि अगले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने का बेहतर तरीका राज्यवार भाजपा विरोधी वोटों को एकजुट करना होगा।
उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद माकपा की पत्रिका पीपुल्स डेमोक्रेसी के एक संपादकीय में कहा गया, कांग्रेस भाजपा का मुकाबला करने के लिए संप्रग से बड़ा गठबंधन बनाने की उम्मीद में है।
इसमें कहा गया, हालांकि, यह सफल नहीं होगा। कांग्रेस के पास वैकल्पिक कार्यक्रम के तौर पर इस तरह के गठबंधन के नेतृत्व की कोई विश्वसनीयता नहीं है।
इसमें कहा गया, ओडिशा में बीजद, तेलंगाना में टीआरएस व आंध्र प्रदेश में टीडीपी जैसी बहुत सी क्षेत्रीय पार्टियां हैं, जो कांग्रेस के साथ गठबंधन में उसे साझीदार के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगी।
इसमें अपना भी नाम शामिल करते हुए माकपा ने कहा, इसमें अन्य पार्टियां भी हैं जो कांग्रेस को गठबंधन का नेता स्वीकार करने को लेकर सावधान हैं।
संपादकीय में चेताया गया है कि इसी तरह से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.सी.राव का गैर भाजपा, गैर कांग्रेस के ‘फेडरल फ्रंट’ बनाने का प्रयास भी विफल होना है।