राष्ट्रीय

महिला लेखक उत्सव में पैरेंटिंग, रोमांस व लेखन पर चर्चा

नई दिल्ली, 10 मार्च (आईएएनएस)| महिला लेखक उत्सव में पैरेंटिंग, राजनीति में महिलाएं, काम पर महिलाएं, कथात्मक कथाएं, रोमांस, व्यावसायिक लेखन, प्रकाशन और यात्रा लेखन जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

शी दा पीपल टीवी द्वारा कनॉट प्लेस में आयोजित वीमेन राइटर फेस्टिवल (दूसरा संस्करण) में गुरमेहर कौर ने अपनी पुस्तक स्माल एक्ट्स ऑफ फ्रीडम पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे उनकी मां और दादी ने उनके पिता के देहांत के पश्चात संघर्ष किया।

कोटा नीलिमा ने पुस्तक विडोज और विदर्भा पर चर्चा करते हुए कहा कि विधवाओं को भी समाज में एक समानता मिलनी चाहिए। सुनेत्रा चौधरी ने कहा कि समाज में महिला व पुरुष को समान दृष्टि से देखना चाहिए। शैली चोपड़ा ने कहा कि जरूरत है कि महिलाएं जो कार्य कर सकती हैं उसका सही आकलन हो।

शी दा पीपल टीवी की संस्थाक शैली चोपड़ा ने सभी वक्ताओं व श्रोताओं का स्वागत किया। लेखिका किरणजीत चतुर्वेदी ने लिखने की कला के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि अगर हम रोज कुछ न कुछ लिखते रहेंगे तो जल्द ही अच्छा लिखने लगेंगे। मदरहुड फीमेल एक्सपीरियंस इन वीमेन राइटिंग सत्र में नताशा बधवार, डॉ शैलजा सेन, नाजिआ ईरम व अमी मिश्रा ने चर्चा की। ट्रेवल इन माय वेन्स सत्र को श्रोताओं ने खूब सराहा।

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