चाय हो या पकौड़ा आजकल दोनों ने देशभर में धूम मचा रखी हैI चाय की चुस्कियां अब पुराने जमाने की बात नहीं रहीं। चाय बेचने की बात अब राजनीतिक तिलस्म में भी समा चुकी है। बात 2014 की, जब नरेंद्र मोदी पीएम पद के उम्मीदवार के लिए घोषित हुए थेI तब वह चायवाले के रूप में सामने आये थेI उस समय देश में चायवाला शब्द ने जितनी सुर्खियां बटोरी शायद ही किसी शब्द ने बटोरी हों। एक चायवाला अपने दम पर पीएम तक का सफर तय किया। आज एक फिर एक चायवाला सुर्खियां में है। इस बार चर्चा का विषय उसकी कमाई है।
महाराष्ट्र के पुणे शहर के नवनाथ येवले नाम का शख्स चाय बेचने वाला है। यहाँ पर सिर्फ एक ही तरह की चाय मिलती है, जो कि 10 रुपये की है। पुणे में येवले टी हाऊस नाम से यह टी स्टॉल लोगों के बीच में काफी पॉपुलर है। येवले हर महीने 12 लाख रुपए की कमाई करता है। येवले अपने टी हाउस को आने वाले समय में इंटरनेश्नल ब्रांड बनाने चाहते हैं।
‘येवले टी हाऊस’ के कोफाउंडर नवनाथ येवले ने कहा, ‘मैं जल्द ही इसे अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड बनाने जा रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘पकोड़ा कारोबार की तरह ही चाय बेचने का कारोबार भी काफी तेजी से फल फूल रहा है और लोगों को रोजगार दे रहा है। मैं काफी खुश हूं।’
नवनाथ ने बताया, शॉप पुणे के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके शुक्रवार पेठ में मौजूद है। यह शॉप श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती मंदिर के ठीक बगल होने के नाते तकरीबन 18 से 20 घंटे खुली रहती है।यहाँ लगभग 30 से 40 हजार की चाय की बिक्री होती है।
नवनाथ येवले ने कहा, ‘हमारा टी हाउस का कारोबार कई भारतीयों को रोजगार दे रहा है। ये बिजनेस बढ़ता जा रहा है, जिससे हम काफी खुश है।’येवले टी हाउस के पुणे में तीन ब्रांच है, हर ब्रांच में 12 कर्मचारी काम करते हैं। नवनाथ ने कहा कि ‘हम जल्द ही येवले टी हाउस को इंटरनेश्नल ब्रांड बनाने वाले हैं’।
नवनाथ ने बताया कि उनके पिता का सपना था, कि वे पूरे शहर को अपनी चाय पिलाएं। उन्होंने पुणे के सारसबाग इलाके में 1983 में एक चाय की दुकान शुरू की थी। आगे बताते है, कि उनका पूरा परिवार मिल्क सप्लाई के बिजनेस से जुड़ा रहा है। पिता पुरंदर से पुणे आकर चाय बेचने लगे और उनके सपने को आगे बढ़ाते हुए नवनाथ ने ‘येवले अमृततुल्य’ नाम से चाय की दुकान शुरू की। कुछ दिन पहले ही नवनाथ ने अपनी नई ब्रांच पुणे के भारती विद्यापीठ इलाके में शुरू की है।