‘अमेरिका का क्यूबा से राजनयिकों को बुलाने का फैसला राजनीति प्रेरित’
हवाना, 6 मार्च (आईएएनएस)| एक राजनयिक ने कहा है कि हवाना से अपने दूतावास के स्टाफ को वापस बुलाने का अमेरिका का फैसला राजनीति से प्रेरित है, जिसका असर क्यूबा और अमेरिका के हजारों लोगों पर पड़ेगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट में कहा गया कि क्यूबा के विदेश मंत्रालय में अमेरिकी मामलों के महानिदेशक कार्लोस फर्नांडीज डी कोसियो ने सोमवार को कहा कि अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा क्यूबा से अपने कर्मियों को स्थायी रूप से हटाने के फैसले का उनकी सुरक्षा से करोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा, यह एक और राजनीतिक धूर्तता है जो कि क्यूबा के लोगों के खिलाफ अमेरिका की शत्रुता के लंबे इतिहास का हिस्सा है।
अमेरिका के 20 से अधिक राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि उन्हें (क्यूबा में) सुनने की क्षमता कम होने, टिनिटस, चक्कर, सिरदर्द और थकान का सामना करना पड़ा है। इन घटनाओं की जानकारी सबसे पहले 2016 के नवंबर में दी गई थी।
फर्नांडीज ने कहा कि अमेरिका के फैसले का कांसुलर सेवाओं पर असर होगा क्योंकि क्यूबा के लोगों को अमेरिका का वीजा प्राप्त करने के लिए अब तीसरे देशों की यात्रा करनी होगी।
उन्होंने कहा, अमेरिका ने हजारों परिवारों पर वित्तीय दंड लगाया है, साथ ही उन्हें पीड़ा व संकट में डाल दिया है। अमेरिका इस कदम की मानवीय कीमत के लिए जिम्मेदार है।
क्यूबा के अधिकारी ने अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा स्वास्थ्य मुद्दों को ‘हमला’ बताने के संदर्भ में कहा कि क्यूबा राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
उन्होंने कहा कि न तो राज्य विभाग और न ही अमेरिकी एजेंसियों और वैज्ञानिकों ने इस तरह के हमलों के सबूत की पुष्टि की है।
फर्नांडीज ने यात्रा सलाह जारी करने के लिए भी अमेरिका की निंदा की, जिसमें कहा गया कि अगर अमेरिकी नागरिक क्यूबा की यात्रा करते हैं तो उन्हें खतरा हो सकता है। इसलिए वे अपने जोखिम पर ही ऐसा करें।
अमेरिका ने औपचारिक रूप से क्यूबा पर स्वास्थ्य पर हमला करने का आरोप नहीं लगाया है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अक्टूबर में कहा था कि उनका मानना है कि क्यूबा राजनयिकों को होनेवाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए जिम्मेदार है।