रेलवे–ग्रुप डी की भर्ती में ITI की अनिवार्यता खत्म, अब 10वीं पास भी देंगे परीक्षा
बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले पीएम नरेंद्र मोदी को रेल मंत्री पीयूष गोयल लगातार कुछ राहत दे रहे हैं। रेलवे में बंपर भर्तियों का विज्ञापन निकालने के बाद इस बार पीयूष गोयल ने आवेदन करने वाले बेरोजगारों और बड़ी राहत दी है।
रेलवे भर्ती बोर्ड ने ग्रुप डी (लेवल-1) के लिए होने वाली परीक्षा के नियमों में अहम बदलाव किया है। लेवल-1 में परीक्षा में पहले 10वीं पास छात्र भाग ले सकते थे, सरकार ने इस स्थिति को पुनः बहाल कर दिया है।
रेलवे ने पहले जो नोटिस जारी की थी उसमें केवल आईटीआई पास ही इस परीक्षा में भाग ले सकते थे। अब इसकी अनिवार्यता को खत्म कर इसे वैकल्पिक कर दिया गया है। लेवल-1 के पदों में पोर्टर, गेटमैन और हेल्पर शामिल हैं।
रेलवे में लेवल-1 और लेवल-2 के लिए 89,409 पदों पर भर्ती की जा रही है इनमें 62,900 पद केवल लेवल-1 के लिए हैं। चार साल बाद यह बहाली हो रही है। गुरुवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए आईटीआई की अनिवार्यता खत्म करने की जानकारी दी है।
जब रेलवे ने बहाली निकाली तब आईटीआई की अनिवार्यता और उम्र सीमा को लेकर कई नए नियम जोड़ दिए गए थे। इसे लेकर छात्रों ने जमकर विरोध किया। सरकार ने विरोध को देखते हुए कई बदलाव किए हैं।
रेलवे ने इस परीक्षा को लेकर पिछले 4 दिनों में 3 नियम बदले हैं। इससे पहले उम्र सीमा में 2 साल की छूट और परीक्षा में शामिल होने पर बढ़ा हुआ शुल्क वापस करने का ऐलान हुआ था। अब आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म कर गुरुवार को नई नोटिस जारी की गई।
इसके साथ ही पीयूष गोयल ने भी ऐलान किया कि रेलवे भर्ती की परीक्षा 15 भाषाओं में होगी। उम्मीदवार किसी भी भाषा में हस्ताक्षर कर सकता है।