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बिहार में अगले साल से फ्लोराइड, आर्सेनिक मुक्त पेयजल : सुशील

पटना, 21 फरवरी (आईएएनएस)| बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने यहां बुधवार को कहा कि बिहार के 11 जिलों में पेयजल में फ्लोराइड, नौ जिलों में आयरन और 13 जिलों में आर्सेनिक की समस्या है, और अगले वर्ष तक इन जिलों में शुद्घ पेयजल मुहैया कराया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण परिषद के मुख्यालय में गंगा के जीर्णोद्घार, आर्सेनिक की समस्या के समाधान के लिए हितधारकों के साथ आयोजित बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा, गंगा के तटवर्ती आर्सेनिक प्रभावित बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, समस्तीपुर, दरभंगा, भागलपुर, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया एवं कटिहार जिलों के 961 बसावटों को 391़ 60 करोड़ रुपये खर्च कर अगले साल तक अर्सेनिक मुक्त पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, राज्य के रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, बांका, एवं भागलपुर जिलों के 3467 बसावटों में फ्लोराइड एवं बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज जिलों की 17,833 बसावटों की आबादी पेयजल में आयरन की समस्या से जूझ रही है। वर्ष 2019-20 तक इन क्षेत्रों में भी शुद्घ पानी मुहैया करा दिया जाएगा।

भाजपा नेता ने बताया कि राज्य के 20 शहरों में 4,166 करोड़ रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, गंगा किनारे के गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने, विद्युत शवदाह गृहों के जीर्णोद्घार व सघन पौधरोपण के कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि गंगा घाटों, शवदाह गृहों, सामुदायिक शौचालयों आदि के लिए 314 करोड़ रुपये की पांच योजनाएं स्वीकृत हैं, जबकि 1,169 करोड़ रुपये की लागत से पटना के बेउर, करमलीचक, सैदपुर, पहाड़ी और बक्सर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य प्रगति पर है।

मोदी ने कहा कि भागलपुर, बेगूसराय और हाजीपुर में सीवेज प्लांट के लिए 3,715 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है।

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