आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस दिल्ली मैराथन में हिस्सा लेंगे 24 पैरा एथलीट
नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)| रविवार को राजधानी में आयोजित होने वाली आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस नई दिल्ली मैराथन में 25 पैरा एथलीट हिस्सा लेंगे। इस मैराथन में ‘इंक्ल्यूसिव’ इंवेंट के तहत भारत के पहले ब्लेड रनर मेजर डी. पी. सिंह की यह टीम अपनी हिस्सेदारी तय करेगी। मेजर सिंह इस साल खुद इस मैराथन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं लेकिन वह अपनी टीम की हौसलाअफजाई के लिए फ्लैगऑफ के वक्त मौजूद रहेंगे।
क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर इस मैराथन की सभी श्रेणियों की रेस का फ्लैगऑफ करेंगे।
मेजर सिंह के गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) -‘द चैलेंजिंग वन्स (टीसीओ)’ के सदस्य इन 25 पैरा-धावकों में से तीन 21 किलोमीटर मैराथन में, पांच 10 किलोमीटर मैराथन में और 17 धावक पांच किलोमीटर मैराथन में हिस्सा लेंगे।
इस साल दिल्ली मैराथन में मेजर सिंह अपनी ब्लेड के खराब होने के कारण हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। हालांकि, इससे पहले पिछली दो मैराथन में उन्होंने हिस्सा लिया था और यह तीसरी बार है, जब उनकी टीम इस मैराथन का हिस्सा होगी। इसके अलावा, पिछले साल मेजर सिंह ने 16 जुलाई को कारगिल मैराथन में भी हिस्सा लिया था।
देश के मेट्रो शहर में मेजर ने विकलांग लोगों को उनकी कमजोरी को ही उनकी ताकत बनाने के लिए प्रेरित किया है, लेकिन मेजर सिंह का कहना है कि देश के छोटे शहरों में अब भी इस प्रकार के लोगों की मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। इसलिए, पिछले साल उन्होंने एक अन्य अभियान ‘स्वच्छ एबिलिट रन’ की शुरुआत की। इसमें वह सात दिन के भीतर सात शहरों में जाकर लोगों प्रेरित कर रहे हैं।
इस क्रम में पिछले साल उन्होंने पणजी से बेंगलुरु तक पांच शहरों में लोगों से बात की। इसके साथ ही उन्होंने चंडीगढ़ से नोएडा तक सात दिनों में सात छोटे शहरों में विकलांग लोगों तक पहुंचे।
‘इंक्ल्यूसिव’ इंवेंट के बारे में मेजर सिंह ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, अगर देखा जाए, तो विकलांग लोगों के लिए मैराथन में एक अलग से इवेंट बना देते हैं। ऐसे में आप लोगों के बीच अंतर कर रहे हैं, लेकिन ‘इंक्ल्यूसिव’ का साफ मतलब यह है कि ये सभी सामान्य लोगों की तरह ही हिस्सा लेंगे। पिछले दो साल से मेरी टीम यहीं करती आ रही है। इसके जरिए साफ यह दर्शाया जा रहा है कि विकलांग लोगों और सामान्य लोगों में कोई अंतर नहीं है। दिल्ली मैराथन इस प्रकार की मैराथन है, जो सभी को एक-समान अवसर दे रही है। इसमें जो व्यक्ति जिस प्रकार हिस्सा लेना चाहता है, ले सकता है।
लोगों को अपने संदेश के बारे में मेजर सिंह ने कहा, सक्षम और असक्षमता आपके विचार, मानसिकता और सोच से जुड़ी है। समय ने साबित किया है कि आप जो भी कर रहे हैं यह आपके शरीर के अंगों से नहीं, बल्कि आपके दिमाग से जुड़ी हैं। विकलांग लोग भी आज के समय में सामान्य जीवन जी रहे हैं और अपनी मेहनत ऐसी उपलब्धि हासिल कर रहे हैं, जो सामान्य लोगों के लिए भी हासिल कर पाना असंभव होता है।