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कारीगर प्रतिभाओं को और पहचान व लोकप्रिय बनाने की जरूरत : राजनाथ

नई दिल्ली, 11 फरवरी (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि स्थानीय कारीगरों के कौशल और उनकी कारीगरी को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है।

सिंह ने अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन किया। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के कारीगरों द्वारा बेचने और प्रदर्शन के लिए उत्पाद रखे गए हैं।

इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हस्तनिर्मित उत्पाद बनाने के लिए हाथों की कारीगरी तो होती ही है, इसमें कारीगरी का दिल और दिमाग भी लगता है।

उन्होंने कहा कि शब्द ‘हुनर’ का मतलब होता है, हाथों से बनाया, उम्मीदों से सजाया, नफासत से तराशा, अच्छा मुनाफा, रोजगार में इजाफा।

सिंह ने कहा कि दूर-दूर से देश के हर हिस्से से ‘हुनर हाट’ में हिस्सा लेने आए प्रमुख कारीगरों की कुशलता और कारीगरी को और ज्यादा प्रचार और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है।

उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि ‘हुनर हाट’ के लिए एक पोर्टल विकसित किया जाना चाहिए और वहां से इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाए।

इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हुनर हाट के बारे में कहा, जहां देश भर के कारीगरों द्वारा बनाई गई सुंदर हस्तकला और हथकरघा निर्मित वस्तुएं प्रदर्शित हो रही हैं, वहीं दूसरी तरफ लोग पारंपरिक संगीत जैसे गजल और कव्वाली का भी आनंद ले सकते हैं।

नकवी ने कहा कि देश भर के कारीगरों को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और उन्हें सुविधाएं पहुंचाने के लिए ‘हुनर हाट’ की परिकल्पना की गई थी।

उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से अधिक समय से देश भर के विभिन्न शहरों में आयोजित हो रहा हुनर हाट तीन लाख से ज्यादा कारीगरों और इससे जुड़े लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर चुका है।

नकवी ने बताया कि छठवें ‘हुनर हाट’ में 22 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से अल्पसंख्यक कारीगरों ने भाग लिया है। 12 राज्यों से बड़ी संख्या में पाक-कला में निपुण कारीगर भी इसमें भाग ले रहे हैं।

‘हुनर हाट’ क्नॉट प्लेस स्थित बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर आयोजित हो रहा है। यह 18 फरवरी तक चलेगा।

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