भारत अधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ निर्यात कर सकता है : प्रभु
नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)| केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कहा कि कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी से खाद्य प्रसंस्करण की गतिविधि बढ़ रही है, जिससे भारत ज्यादा से ज्यादा प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थो का निर्यात कर पाएगा।
वाणिज्य मंत्री यहां ‘डिजिटल युग में खाद्य प्रसंस्करण के फायदे’ विषय पर आधारित कार्यक्रम ‘फिक्की फूडवर्ल्ड इंडिया-2018’ के 11वें संस्करण के उद्घाटन पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, अन्य क्षेत्रों के बीच खाद्य का क्षेत्र (निर्यात के लिए) महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि अब हमारे पास कृषि व बागवानी उत्पाद प्रचुर मात्रा में हैं। हमे इसका प्रसंस्करण करना होगा।
उन्होंने आगे कहा, जब हम इसका प्रसंस्करण करते हैं तो हमें इसे घरेलू बाजार में ही भेजने की आवश्यक नहीं होती है, बल्कि हम इसका निर्यात भी कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े पेशेवरों को निर्यात के मकसद से विदेशी बाजार के उपभोक्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ तैयार करने चाहिए।
उन्होंने कहा, विदेशों में निवास करने वाले भारतीय लोगों के उपयोग के लिए भारतीय खाद्य पदार्थो का निर्यात करने के अलावा इस क्षेत्र का भरपूर फायदा उठाने की जरूरत है।
मंत्री ने कहा कि हालांकि प्रौद्योगिकी से बेकारी आएगी और इसका प्रभाव कई क्षेत्रों पर होगा, लेकिन खाद्य प्रसंस्करण एक ऐसा क्षेत्र है, जो इस संक्रमण के दौर में भी बना रहेगा।
उन्होंने कहा, हम उन क्षेत्रों की पहचान कर रहे हैं, जिनमें पहले से ज्यादा तीव्र गति से विकास हो रहा है। मेरी स्पष्ट राय है कि खाद्य क्षेत्र ऐसा ही क्षेत्र है।