मुंबई। मुंबईकर अब पेटीएम के जरिए भी डब्बावाला भोजन के लिए भुगपान कर सकेंगे। पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने मुंबई के डब्बावाला एसोसिएशन के साथ मिलकर नकदी में भुगतान की समस्या को दूर करने के मद्देनजर भागीदारी में काम करने का फैसला लिया है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक की प्रबंध निदेशक व सीईओ रेणु सत्ती ने कहा, मुंबई के डब्बावाला ने विश्वस्तरीय सप्लाई चेन मैनेजमेंट की मिसाल स्थापित कर दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। हमें खुशी है कि हम उनके मजबूत नेटवर्क को अपना पेटीएम क्यूआर कोड व बैंकिंग सेवा मुहैया करा रहे हैं। इस भागीदारी का लाभ दो लाख से ज्यादा मुंबईकरों को मिलेगा, जो पेटीएम के जरिए अब डब्बावालों को भुगतान कर पाएंगे।
उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुंबई में डब्बावालों का एक मजबूत नेटवर्क है, जो रोजाना दो लाख मुंबईकरों को घर का पका भोजन डिलीवर करते हैं। डब्बावाला एसोसिएशन से करीब 5,000 डब्बावाले जुड़े हैं, जो अब पेटीएम क्यूआर कोड के जरिये अपने उपभोक्ताओं से भोजन के बदले में भुगतान स्वीकार कर पाएंगे। साथ ही, पेटीएम पेमेंट्स बैंक में बैंक अकाउंट्स खोलकर वे बैंकिंग के साथ ही अन्य वित्तीय सेवाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।
डब्बावाले बैंकिंग आउटलेट्स ‘पेटीएम का एटीएम’ में जाकर व्यक्तिगत बैंकिंग का लाभ उठा सकते हैं। जहां वे नकदी जमा कर सकते हैं और निकाल भी सकते हैं। बचत खाते की जमा पर उनको 4 प्रतिशत ब्याज मिलेगा और धन प्रबंधन खाते की जमा पर व्याज दर 6.85 प्रतिशत मिलेगा। मुंबई के डब्बावाला के साथ-साथ पेटीएम इकोसिस्टम में बैंक का मिशन देश की 50 करोड़ आबादी को मुख्य धारा की अर्थव्यवस्था में लाना है।
डब्बावाला एसोसिएशन की ओर से कहा गया कि नकदी स्वीकार करना थोड़ा मुश्किल हो रहा था, लेकिन अब पेटीएम क्यूआर-बेस्ड मोबाइल पेमेंट्स से इस समस्या का हल हो गया है। एसोसिएशन ने कहा, भारत तेजी से डिजिटल फस्र्ट इकोनॉमी की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में हम भारत के सबसे बड़े डिजिटल बैंक से जुड़कर बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं।