आक्रामकता को लेकर कोहली ने कह दी इतनी बड़ी बात
दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी कुछ मौको पर नाकाम साबित हुए है। टेस्ट में टीम इंडिया का दम निकल गया था लेकिन एक बल्लेबाज है जो इस समय दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के लिए खौफ का केंद्र बना हुआ है।
विराट ने टेस्ट में शतक लगाया और अब वन डे में उनके बल्ले की हनक देखने को मिल रही है। विराट कोहली ने अब तक वन डे सीरीज में दो शतक लगा डाले हैं जबकि अभी तीन वन डे और बाकी है।
केपटाउन वन डे में शतक लगाने के बाद कोहली ने अपनी आक्रामकता को लेकर बड़ी बात कह दी है। कोहली ने कहा कि कहा, कि मैं इस साल 30 बरस का हो जाऊंगा और 34-35 की उम्र में भी इसी तरह खेलना चाहूंगा।
यही वजह है कि मैं इतनी वर्जिश करता हूं क्योंकि मुझे आक्रामक क्रिकेट खेलना पसंद है। अगर यही नहीं रहा तो पता नहीं मैं मैदान पर क्या करूंगा। भारतीय कप्तान कोहली ने बल्ले से अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए अपने वनडे करियर का 34वां शतक जड़ा।
उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 रनों की साझेदारी की। धवन के आउट होने के बाद भारत ने कुछ विकेट लगातार खो दिए और लग रहा था कि मेहमान टीम बड़े स्कोर से महरूम रह जाएगी, लेकिन कप्तान ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और एक छोर पर खड़े रहते हुए अपनी टीम को मजबूत स्कोर प्रदान किया।
कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 159 गेंदों का सामना किया और 12 चौकों के अलाव दो छक्के लगाए। कोहली ने धवन के जाने के बाद अपना शतक पूरा किया। यह कप्तान के तौर पर उनका 12वां शतक है। इसी के साथ वह सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं।
कोहली ने साथ ही इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में अपने 1000 रन पूरे किए। कोहली ने आगे बोला कि मैं इसे बचाकर रखना चाहता हूं। मैं फिटनेस के लिए कसरत करते हूं और अपनी खुराक पर नियंत्रण रखता हूं।
टीम को जब जरूरत होती है, अपना योगदान देता हूं। एक खिलाड़ी को इस तरह के दिन का इंतजार होता है। कोहली ने अपने शतक को बेहद खास बताया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्टï्रीय स्तर पर रन बनाना आसान नहीं होता है।
इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर बड़ी मुश्किल से मिलते हैं। कोहली के अनुसार खेल में बदलाव करना पड़ता है क्योंकि हर जगह अलग-अलग स्थिति होती है। आपको उनकी रफ्तार और उछाल के अनुरूप खेल में बदलाव करना होता है। कुल मिलाकर विराट कोहली भारत के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व कप के सबसे खतरनाक बल्लेबाज है।