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12 दिन बाद, अगवा बच्चे को पुलिस ने सुरक्षित पहुंचाया घर

दिल्ली। देश कि राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौसले बुलंद है। राजधानी में क्राइम रेट बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली के बदमाशों में मानो पुलिस का कोई खौफ ही ना रह गया हो।और शायद इसी के चलते खाकी पर अक्सर ही सवाल खड़े होते है। दिल्ली पुलिस को जनता अक्सर ही कसूरवार ठहराती है और इसके चलते खाकी अक्सर सवालों के कटघरे में खड़ी रहती है । लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली कि ये घटना ठीक इसकी विपरीत है।यहां पर दिल्ली पुलिस ने जान पर खेल कर एक मासूम बच्चे कि जान बचायी है और साथ ही एक माँ को निसंतान होने से भी ।

दरअसल दिल्ली के एक प्राइवेट स्कूल के बच्चे को 25 जनवरी को बदमाशों ने किडनैप कर लिया था। उस समय बच्चा स्कूल बस से स्कूल जा रहा था। 25 जनवरी की शाम करीब साढ़े सात बजे बाइक पर सवार दो बदमाशों ने स्कूल बस के ड्राइवर को बंदूक के बल पर बच्चे को किडनैप कर लिया और ड्राइवर को गोली मार कर फरार हो गए थे ।

इस मामले की जानकारी मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, पुलिस ने बच्चे की तलाश करने के लिए कई टीमें बनाई लेकिन बच्चे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।27 जनवरी को परिवार के पास फिरौती की रकम के लिए फोन आया, फोन किसी महिला का था।पुलिस ने कॉल को ट्रेस करने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को दी गई।12 दिन बाद क्राइम ब्रांच ने इस केस को सुलझा लिया और बच्चे को बरामद कर लिया।

दरअसल क्राइम ब्रांच की टीम ने पहले गाजियाबाद इलाके की सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाली। पूरे इलाके को अच्छे से तलाशा। जांच के समय क्राइम ब्रांच को तीन लोगों पर शक हुआ। ये वो लोग थे जो घर से कम निकलते थे। क्राइम ब्रांच की टीम को ये शक हो गया था कि बच्चा साहिबाबाद इलाके में है। पुलिस की टीम जिस शख्स का पीछा कर रही थी उसका नाम नितिन था। पुलिस उसे रोज खाना ले जाते हुए देखती थी।

सोमवार देर रात पुलिस नितिन का पीछा कर रही थी। नितिन को भी शक हो गया था कि कोई उसे फॉलों कर रहा है। सूत्रों की मानें तो नितिन ने करीब 25 किलोमीटर तक पुलिस को दौड़ाया लेकिन रात करीब 11 बजकर 40 मिनट पर नितिन नाम के इस बदमाश को सीमापुरी इलाके से धर दबोचा गया। जब नितिन से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बच्चा शालीमार सिटी के फ्लैट नम्बर 505 में है। वहां दो और लोग रवि और पंकज मौजूद हैं।नितिन ने पुलिस को ये भी बताया कि दोनों के पास हथियार हैं।

बिना वक्त गंवाए तुरंत एक टीम तैयार की गई और पुलिस नितिन को लेकर उसी फ्लैट पर पहुंची। पहले नितिन ने दरवाजा खटखटया और उसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने अपनी पहचान बता दी।पहचान बताते ही रवि ने अंदर से पुलिस पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने भी गोली चलाई।एक गोली रवि को और एक पंकज के पैर में लगी। पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई और बच्चे को इस कमरे सकुशल बरामद कर लिया।

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