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यदि दूसरा बेटा होता तो उसे भी सेना में भेजती : शहीद सैनिक की मां

गुरुग्राम, 5 फरवरी (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद कैप्टन कपिल कुंडु की मां ने कहा कि बेटे को खोकर वह बहुत दुखी हैं, लेकिन यदि उनका एक और बेटा होता तो उसे भी वह सेना में भेजतीं।

सुनीता कुंडु (52) ने कहा कि उनका बेटे हमेशा देश के लिए जीता था और सेना में शामिल होने के बाद वह बहुत खुश था।

सुनीता ने कहा, शहीदों के बलिदान का बदला लेने के लिए सरकार से पाकिस्तान पर अधिक संख्या में सर्जिकल स्ट्राइक का आग्रह करती हूं। यदि मेरा बेटा 15-20 साल और जीवित होता तो वह राष्ट्र को अपनी और सेवाएं देता।

कुंडु का 10 फरवरी को 23वां जन्म दिन है। वह जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी जिले में रविवार की शाम को तीन अन्य सैनिकों के साथ शहीद हो गए। दूसरे सैनिकों में राइफलमैन रामवतार (28), शुभम सिंह (22) व हवलदर रोशन लाल (42) शामिल हैं।

पाकिस्तान सेना ने पांच या छह एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल छोड़ीं, इसमें से एक सैनिकों की तैनाती वाले बंकर पर जा गिरी।

शहीद अधिकारी की बड़ी बहन सोनिया ने कहा, मेरी कपिल कुंडु से रविवार की रात करीब एक बजे बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि सब ठीक है और वह इस जन्मदिन पर अपनी मां को अचानक आकर चकित करना चाहते थे।

कुंडु का परिवार हरियाणा के गुरुग्राम से 33 किमी दूर पटौदी के निकट रनिस्का गांव में रहता है।

कुंडु राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के जरिए सेना में शामिल हुए थे।

कपिल कुंडु के कजिन तारीफ कुंडु ने आईएएनएस से कहा, कपिल का जीवन कठिनाइयों से भरा था। 2012 में उसके जन्मदिन पर पिता लालाराम का निधन हुआ था। अब हम उसके पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं।

कुंडु के परिवार में उनकी मां व बहनें सोनिया व काजल हैं।

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