फाइनल में चोट के बाद भी खेले थे पोरेल
कोलकाता, 3 फरवरी (आईएएनएस)| भारतीय टीम के मध्यम तेज गति के गेंदबाज ईशान पोरेल ने आईसीसी अंडर-19 विश्व कप का फाइनल चोट में रहते हुए खेला था।
उनके कोच बिबहास दास ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी।
दास ने यहां मीडिया से कहा, यह पूरी तरह से टखने में चोट नहीं है। उनके बाएं पैर में चोट लग गई है। वह आखिरी के तीन मैच में इसलिए खेल पाए क्योंकि न्यूजीलैंड में उन्हें अच्छा इलाज मिला। इस तरह की चोट से निकलने में तीन सप्ताह का समय लगता है।
पोरेल हावड़ा से 52 किलोमीटर दूर चंदानगर से आते हैं। कोच ने कहा कि उन्हें अब विजय हजारे ट्रॉफी में आराम करना चाहिए।
दास ने कहा, उन्होंने दर्द में रहते हुए गेंदबाजी की है और अभी चोट से उबरना बाकी है। मैं उन्हें यही सलाह दूंगा कि वह विजय हजारे ट्रॉफी में न खेलें। कम से कम कुछ मैच का समय तो उन्हें चोट से उबरने के लिए चाहिए।
पोरेल शनिवार को आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा हैं। भारत ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से मात देते हुए चौथी बार खिताब अपने नाम किया। पोरेल ने इस मैच में दो विकेट लिए।
दास ने उनके प्रदर्शन पर कहा, उन्होंने इस मैच में शानदार गेंदबाजी की। चोट से वापसी करते हुए उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेला और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ चार विकेट लिए। वह चोट के कारण परेशान थे। मैंने उनसे बात की और उन्हें प्रेरित किया।
दास ने कहा कि पोरेल की क्षमता तेजी और उछाल है।
उन्होंने कहा, वह लगातार 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने इस बात को रणजी ट्रॉफी में जाहिर किया है। उनकी ताकत स्पीड और उछाल है। वह स्विंग गेंदबाज नहीं है, लेकिन उनके पास गेंद को सीम कराने की क्षमता है।