युवाओं को आत्ममंथन करने की जरूरत : सुनील भराला
नई दिल्ली। राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर बीजेपी के राष्ट्रीय सह-सयोजक व झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ सुनील भराला ने मेरठ के धनौता व बिजौली में झंडारोहण किया। प्राथमिक पाठशाला के प्रांगण में छात्रों को संबोधित करते हुए सुनील भराला ने कहा कि 69 वां गणतंत्र दिवस देश में हर्ष और उल्लास से मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत के संविधान को बने आज 68 वर्ष पूरे हो चुके है। युवाओं को आत्म मंथन करने की आवश्यकता है, जिससे हमारे देश की अमूल्य धरोहर जिसके लिए भारत को जाना जाता है संस्कृति और संस्कार को बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हमें धन सम्पदा को उद्देश्य बना कर काम नही करना चाहिए। हमें समाज के गिरते हुए संस्कार और व्यावहारिकता का चिंतन करने की आवश्यकता है। भराला ने कहा कि गांवों, देश में बेटियों के साथ हो रहे दुराचार के लिए समाज का हर व्यक्ति जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए हर वर्ग के लोगों को अपना चरित्र मूल्यांकन करने की आवश्यकता है जिससे समाज में हो रही कुरीतियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को अत्यधिक चिंतन करने की आवश्यकता है। आने वाला समय युवाओं का है इसलिए युवाओं को अपने बुजुर्गो के संस्कारो से बहुत कुछ सीखने की जरुरत है।
सुनील भराला ने कहा कि पहले के समय में हमारे समाज में अपने से बड़ों, बुजुर्गो और महिलाओं के प्रति आदर सम्मान करने का भाव हुआ करता था लेकिन आज के युवाओं की स्थिति बदल गई है। आज के युवा सम्मान तो दूर बेइज्जती करने से बाज नही आते।
अगर यही संस्कार रहा तो पश्चिमी देशो की तरह अपने देश से भी संस्कार और सभ्यता का नामो निशान ख़त्म हो जाएगा।
सुनील भराला ने कहा कि वर्तमान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सरकारी दफ्तरों, अस्पताल, शिक्षाक्षेत्र, प्राइवेट संस्थाओं में बिना रिश्वत लिए कोई भी काम नही हो रहा।
पूर्व की सरकारों में अधिकरी, कर्मचारी वर्ग को रिश्वतखोरी की एसी आदत पड़ी हुई है कि वो योगी सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान के दौरान भी सुधरने का नाम नही ले रहे।