शहीद के परिवार को सम्मानित करते हुए रो पड़े राष्ट्रपति कोविंद
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में एक अभियान के दौरान दो आतंकियों को ढेर करने वाले गरुड़ कमांडो जेपी निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित करने के लिए जब उनकी मां और पत्नी को मंच पर आमंत्रित किया गया तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू साफ़ देखे जा सकते थे। शहीद की मां और पत्नी के जाने के बाद उन्होंने रुमाल निकालकर अपने आंसू पोछे।
भारतीय वायुसेना के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी गरुड़ कमांडो को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया है। गरुड़ कमांडो जेपी निराला तीन महीने पहले ही आतंकरोधी अभियान के तहत स्पेशल ड्यूटी पर कश्मीर के हाजिन में सेना के साथ तैनात थे। 18 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के बंदीपोरा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में निराला शहीद हुए थे। हालांकि शहादत से पहले उन्होंने दो आतंकियों को ढेर कर दिया था।
कमांडो निराला अपने माता-पिता के एकलौते बेटे थे। परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी सुषमा और 4 साल की बेटी जिज्ञासा हैं। उनकी पत्नी सुषमा ने आज तक को बताया कि वह हमेशा वीरता की बातें करते थे। उनकी 8 साल की सर्विस हुई थी। जुलाई 2017 में उन्हें कश्मीर जाने का मौका मिला।
उनकी पत्नी का कहना है कि वह उनसे अक्सर कहते थे कि वह रहें या ना रहें तुम्हें आत्मनिर्भर बनना होगा। उनके भरोसे नहीं रहना है। वह देश की सेवा के लिए हैं, देश उनका पहला कर्तव्य है।