जोहानसबर्ग टेस्ट : सम्मान की लड़ाई लड़ने उतरेगा भारत (प्रीव्यू)
जोहानसबर्ग, 23 जनवरी (आईएएनएस)| पिछले तकरीबन डेढ़ साल में भारतीय टीम ने जिस स्थिति में दूसरी टीमों को पहुंचाया आज उसी स्थिति में वह खुद खड़ी हुई है-सम्मान बचाने की लड़ाई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए शुरुआती दो टेस्ट मैचों में हार झेलने के बाद सीरीज से हाथ गंवा बैठी विश्व की नंबर-1 टेस्ट टीम के सामने अब बुधवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट मैच में हार से बच अपना सम्मान बचाने की मुश्किल चुनौती है।
वहीं वांडर्स स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच में मेजबान टीम भारत का सूपड़ा साफ करने के मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहेगी।
भारत के लिए यह दौरा अभी तक चुनौतियों से पूर्ण रहा है। केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों के सामने भारत का मजबूत बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया तो वहीं दूसरे टेस्ट मैच में अपने देश से थोड़ी अनुकूल स्थिति कि विकेट पर भी भारत जीत हासिल नहीं कर सका।
तीसरे मैच में जिस विकेट पर भारत को दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलना है वो भी तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जा रही है। ऐसे में मेजबान टीम का गेंदबाजी आक्रमण भारत को एक बार फिर नाको चने चबबा सकता है।
आक्रामक कप्तान विराट कोहली की टीम की कोशिश इस टेस्ट मैच को जीत या ड्रॉ कराते हुए वनडे सीरीज की शुरुआत से पहले मानसिक बढ़त लेने की होगी। हालांकि किसी भी लिहाज से उसके लिए यह आसान नहीं होगा।
वर्नोन फिलेंडर, कागिसो रबादा, मोर्ने मोर्केल जैसे गेंदबाजों ने भारत का जीना मुहाल कर रखा है। वहीं दूसरे मैच से टेस्ट में पदार्पण करने वाले लुंगी नगिडि ने भी सभी को अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्रभावित किया था। विकेट का जो स्वाभाव है उसके हिसाब से चौथे या पांचवें दिन स्पिन गेंदबाजों को कुछ मदद मिल सकती है।
कोहली हर बार अपनी अंतिम एकादश में बदलाव करते हैं। ऐसे में इस मैच में रोहित शर्मा के स्थान पर उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे को टीम में मौका मिल सकता है। वैसे भी रहाणे को बैंच पर बैठाने को लेकर कोहली की काफी आलोचना हुई है।
कोहली ने पिछले मैच में शतक जमाया था, लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका था। मुरली विजय ने जरूर कुछ देर विकेट पर पैर जमाए थे।
चेतेश्वर पुजारा ने अभी तक निराश किया है। उनके अलावा टीम को लोकेश राहुल, पार्थिव पटेल के बल्ले से रनों की उम्मीद होगी। कोहली, राहुल को बैठाकर पार्थिव से पारी की शुरुआत भी करा सकते हैं। ऐसे में रोहित को टीम में स्थान पक्का रहेगा।
वहीं गेंदबाजी में दूसरे टेस्ट मैच में बाहर बैठने वाले भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी हो सकती है। वह ईशांत शर्मा के स्थान पर टीम में आ सकते हैं। भुवनेश्वर ने पहले टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाजी की थी। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या ने भी अपनी गेंदबाजी से लगातार प्रभावित किया है।
कोहली और कोच रवि शास्त्री टीम की गेंदबाजी से तो निश्चिंत होंगे, लेकिन बल्लेबाजों को असफल होना उन्हें अखर रहा होगा। ऐसे में टीम का पूरा ध्यान इस समय बल्ले से बड़ा स्कोर करने पर होगा।
बल्लेबाजों ने कई बार गलत शॉट खेल कर अपने विकेट गंवाए हैं। टीम प्रबंधन ने जरूर इस पर बात की होगी। उसके बल्लेबाजों को किसी भी हालत में अफ्रीकी चौखड़ी से निपटना होगा।
वहीं अफ्रीकी टीम की बल्लेबाजी कप्तान फाफ डु प्लेसिस, हाशिम अमला, अब्राहम डिविलियर्स और डीन एल्गर के भरोसे है। टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों मेजबान टीम के लिए अभी तक अच्छी रही हैं। सीरीज पर पहले ही कब्जा जमा चुकी मेजबान इस मैच में कुछ प्रयोग कर सकती है।
मेजबान अच्छी स्थिति में होने के बाद भी भारत को हल्के में लेने की गलती नहीं करेंगे। वो जानते हैं कि भारत जख्मी शेर है जो पलटवार करने का भरपूर माद्दा रखता है।
टीम :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, पार्थिव पटेल, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पांड्या,
दक्षिण अफ्रीका : फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, थेयुनिस डे ब्रूने, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), अब्राहम डिविलियर्स, डीन एल्गर, केशव महाराज, एडिन मार्कराम, मोर्ने मोर्केल, क्रिस मौरिस, अंदिले फेहुलक्वायो, वर्नोन फिलेंडर, कागिसो रबादा, डुआने ओलिवर, लुंग नगिड़ि।