प्रेगनेंट महिला को आराम देने को मणिपुर के सीएम ने छोड़ा वीवीआईपी लॉउन्ज
गुवाहाटी। देश में वीवीआईपी कल्चर को पालने–पोसने के लिए जनप्रतिनिधियों, राजनेताओं और मंत्रियों को अक्सर कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने नायाब मिसाल पेश की है। बीरेन सिंह ने गुवाहाटी एयरपोर्ट पर एक बीमार गर्भवती महिला के लिए अपना वीवीआईपी लाउन्ज छोड़ दिया और बाकी यात्रियों के साथ कॉमन वेटिंग एरिया में ही इंतजार किया।
नई दिल्ली से इम्फाल जाते वक्त बीरेन के जहाज से एक पक्षी टकरा गया था। इसके बाद वह गुवाहाटी में फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। उनका विमान गुवाहाटी में उतर तो गया था, लेकिन आगे उड़ान भरने की स्थिति में नहीं था।
जब तक कोई वैकल्पिक इंतजाम किया जाता, बीरेन को वीवीआईपी लॉउन्ज में इंतजार करने को कहा गया। बाद में बीरेन के स्टाफ ने उन्हें इम्फाल जा रहे यात्रियों को हो रही परेशानियों के बारे में बताया।
मुख्यमंत्री ने बताया, ‘मैं नीचे आया और देखा कि एक प्रेगनेंट महिला घुटनों पर बैठी थी क्योंकि वह सामान्य कुर्सियों पर नहीं बैठ सकती थी। एयरलाइन अथॉरिटी ने उसके लिए कोई अलग से इंतजाम भी नहीं किए थे।’
मुख्यमंत्री ने महिला के परिवार और अपने स्टाफ से बातचीत की। महिला को वीवीआईपी लॉउन्ज में आराम करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे बताया गया कि वह आईवीएफ प्रेग्नेंसी में थी और डॉक्टरों ने उसे आराम करने की सलाह दी थी। उस महिला को आराम मिलना भी जरूरी था।’