बिहार कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं : कौकब कादरी
पटना, 21 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी का कहना है कि पार्टी में किसी तरह का मतभेद नहीं है। कांग्रेस का हर सिपाही पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयत्नशील है।
कादरी ने कांग्रेस में मतभेद की खबरों को जनादेश के विरुद्ध बनाए गए गठजोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जद (यू) द्वारा फैलाई गई अफवाह बताई। उन्होंने कहा कि टूट भाजपा और जद (यू) में होने वाली है लेकिन उन्हें अपने घर का हाल नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों दलों में विरोध के स्वर फूट रहे हैं, कांग्रेस में तो कहीं कोई विरोध का स्वर नहीं उठ रहा।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अशोक चौधरी को हटाए जाने के बाद कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पार्टी की कमान संभाल रहे कादरी ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, किसी भी पार्टी या संगठन को मजबूत रखना चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। कांग्रेस सबसे पुरानी और विश्वसनीय पार्टी रही है ऐसे में लोगों का इस पार्टी पर शुरू से ही विश्वास रहा है।
उन्होंने भूले-बिछुड़े कांग्रेसियों को फिर से जोड़ने को लेकर ‘आमंत्रण यात्रा’ निकालने की योजना का जिक्र करते हुए कहा, मेरे लिए अहंकार कभी समस्या नहीं रहा। कई कारणों से पुराने लोग कांग्रेस से दूर हुए हैं उन्हें भी फिर से पार्टी में लाने के लिए पहल की जा रही है। इसके लिए आमंत्रण यात्रा शुरू की जाएगी।
वर्ष 1982 में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के सदस्य के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले कादरी कहते हैं, मेरा राजनीतिक जीवन का सफर ही कांग्रेस से शुरू हुआ है और मैं आज भी कांग्रेस का सिपाही हूं। एक संगठन में होने के नाते मुझे कई नेताओं के साथ काम करने का मौका मिला है।
उन्होंने कहा, मैंने बिहार में सदानंद सिंह, एल़ पी़ शाही, निखिल कुमार जैसे कांग्रेसियों के साथ काम किया और उनसे काफी कुछ सीखा। मैं पार्टी द्वारा मिली जिम्मेदारी का ठीक ढंग से निर्वाह करने की कोशिश कर रहा हूं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद को भ्रष्टाचार के मामले में अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद राजद नेताओं के साथ मंच साझा करने के बारे में पूछे जाने पर कादरी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है। विरोधी पार्टियां अपने स्वार्थ की खातिर कांग्रेस को बदनाम करती रही हैं।
उन्होंने कहा, राजद से उनका नीतिगत समझौता है न कि किसी व्यक्ति के लिए लिया गया फैसला है। राजद एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और उसकी नीतियां कांग्रेस से मेल खाती हैं।
कादरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस और राजद का गठबंधन काफी पुराना है जिसे मतदाता कई मौकों पर पसंद भी कर चुके हैं। विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन को बहुमत मिला था। इसलिए इस सवाल का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी भेदभाव और तोड़फोड़ की राजनीति नहीं करती। 2जी के मामले का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, इस मामले में ईमानदार छवि के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को भी फंसाने की कोशिश की गई थी आखिर में अदालत ने ही स्थिति स्पष्ट कर दी। झूठ ज्यादा दिन नहीं टिकता।
अभी कार्यकारी अध्यक्ष हैं, अध्यक्ष कब बनेंगे? इस सवाल पर कादरी ने कहा, मुझे तो कार्यकारी अध्यक्ष बनने की भी उम्मीद नहीं थी। पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे निष्ठा के साथ निभाऊंगा। किस कार्यकर्ता को क्या जिम्मेदारी देनी है, यह केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है। मेरा काम कांग्रेस को मजबूत करने का है, जिसके लिए मैं प्रयासरत हूं।