विविधता-रोधी मेमो लिखने वाले शख्स को बर्खास्त करने का खेद नहीं : पिचाई
सैन फ्रांसिस्को, 20 जनवरी (आईएएनएस)| प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई का कहना है कि उन्हें कंपनी की विविधता नीति की आलोचना करने वाले कर्मचारी को पिछले साल बर्खास्त करने के फैसले पर खेद नहीं है। पिचाई से एक साक्षात्कार के दौरान डेमोर को गूगल से निकाले जाने के सवाल के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, मुझे इसका खेद नहीं है। वह सही फैसला था।
पिचाई ने कहा, जब हम इस तरह का कोई फैसला करते हैं तो उसे राजनीतिक लिहाज से बिल्कुल नहीं देखते।
डेमोर को पिछले साल कंपनी की विविधता नीति के बारे में 10 पेज का विविधता विरोधी मेमो लिखने की वजह से बर्खास्त कर दिया गया था, जिसके बाद डेमोर ने इस महीने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। उसका कहना है कि कंपनी में श्वेतों के साथ भेदभाव होता है।
डेमोर ने कैलिफोर्निया की एक अदालत में दायर मुकदमे में कहा कि गूगल ने उन्हें और उनके साथी को अपमानित, दंडित और निष्कासित किया।
गूगल के इस पूर्व कर्मचारी ने पिछले साल अगस्त में वॉल स्ट्रीट जर्नल में ‘वाय आई वॉज फायर्ड बाय गूगल’ शीर्षक से ओप-एड भी लिखा था।
पिचाई पहले ही डेमोर के मेमो को ‘अपमानजनक’ कह चुके हैं।