राष्ट्रपति ने ‘द हार्टफुलनेस वे’ का किया विमोचन
नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘द हार्टफुलनेस वे’ का विमोचन किया। इस किताब में हार्टफुलनेस क्या है और यह आपके दैनिक जीवन में क्या परिवर्तन ला सकता है, इस बारे में जानकारी दी गई है। ‘द हार्टफुलनेस वे’ के लेखक हार्टफुलनेस के चौथे ग्लोबल गाईड कमलेश पटेल हैं जिन्हें दाजी के नाम से जाना जाता है और हार्टफुलनेस ट्रेनर व प्रैक्टिशनर जोशुआ पॉलक हैं। शुक्रवार को एक समारोह में ‘द हार्टफुलनेस वे’ का विमोचन केंद्रीय वाणिज्य व उद्योगमंत्री सुरेश प्रभु ने किया।
इस मौके पर आध्यात्मिक गुरु दाजी ने कहा, ‘द हार्टफुलनेस वे’ में अपने अंदर व आसपास के परिवेश में अध्यात्म की प्रकृति की खोज करते हुए तथागत की यात्रा का समावेश है। यह किताब प्रार्थना व यौगिक संचार के महत्व को प्रतिबिंबित करती है, जिसका उद्देश्य ध्यान के परामर्श के आधार पर ध्यान का विश्लेषण व तत्वज्ञान प्राप्त करना है। अनुभूति के लिए हार्टफुलनेस का हिस्सा बनना और अभ्यास करना एक ऐसा अनुभव है, जिसका लक्ष्य केवल कर्मकांड के पीछे छिपी वास्तविकता व भौतिक रूप से परे जाकर तत्वज्ञान प्राप्त करना है।
पूरी दुनिया में 10 लाख से अधिक प्रैक्टिशनर्स के साथ हार्टफुलनेस मेडिटेशन आत्मविकास के लिए क्रियाओं का एक संग्रह है, जो इस तेजी से दौड़ती दुनिया में भीतरी शांति व स्थिरता प्राप्त करने में मदद करता है। हार्टफुलनेस निशुल्क प्रदान किया जाता है। यह कोई सिद्धांत नहीं। आसानी से अपनाई जा सकने वाली ये क्रियाएं हर क्षेत्र, संस्कृति, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थिति के 15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए उचित हैं।
किताब के विमोचन मौके पर वेस्टलैंड पब्लिकेशंस प्रा. लि. (अमेजॉन की एक कंपनी) के सीईओ गौतम पद्मनाभन ने कहा, हम इस किताब से जुड़कर काफी उत्साहित हैं। यह ज्ञानवर्धक किताब प्रकाशित करना गर्व की बात है और मुझे उम्मीद है कि यह किताब अपने पाठकों से एक जुड़ाव विकसित कर लेगी तथा दुनिया के कोने कोने में पहुंचेगी।
हार्टफुलनेस ध्यान की राजयोग व्यवस्था की एक विधि है, जिसे सहज मार्ग या प्राकृतिक मार्ग कहते हैं। इसकी स्थापना बीसवीं सदी के अंतर्काल में हुई थी तथा भारत में श्री रामचंद्र मिशन ने सन 1945 में इसे औपचारिक रूप प्रदान किया। इसके बाद हार्टफुल मेडिटेशन प्रशिक्षण हजारों स्कूलों व कॉलेजों में प्रारंभ हो गया और पूरी दुनिया में कॉपोर्रेशन, गैर सरकारी और सरकारी इकाईयों में 100,000 से अधिक प्रोफेशनल ध्यान की क्रिया कर रहे हैं। 130 देशों में हजारों सर्टिफाईड कार्यकर्ता ट्रेनर्स द्वारा 5000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों, जिन्हें हार्टस्पॉट कहते हैं, को सपोर्ट किया जा रहा है। यह ध्यान क्रिया पूरी दुनिया में निशुल्क प्रदान की जा रही है।