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ग्वालियर में ‘स्ट्रीट चिल्ड्रन’ के लिए अनोखी पहल ने दिल जीता

ग्वालियर ,19 जनवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गुरुवार का दिन सड़क पर जीवन बिताने वाले बच्चों ( स्ट्रीट चिल्ड्रन) के लिए मस्ती भरा रहा। इन बच्चों ने एक तरफ जहां जिलाधिकारी राहुल जैन के साथ मेले में झूला झूला। वहीं, बच्चों को बड़े-बड़े शोरूम देखने का मौका मिला। उन्होंने इसके साथ ही अपने मनपसंद व्यंजनों का स्वाद भी चखा।

ग्वालियर के आवासीय प्रशिक्षण केंद्र पागनबीसी के 66 सड़कों पर जीवन बिताने वाले बच्चों ने गुरुवार को लगभग पूरे दिन खूब मस्ती की। ये वही बच्चे हैं, जो बेघर, बेसहारा तो हैं ही साथ में पॉलीथिन आदि बीनकर जीवन का गुजर-बसर करते हैं।

दूसरी कक्षा में पढ़ रहे आर्यन जाटव व सतेंद्र का कहना है कि हम पहली बार मेले में आए और पहली बार किसी झूले में बैठे। यह दिन हमारे लिए किसी उत्सव से कम नहीं रहा।

चौथी कक्षा के विद्यार्थी एदल जाटव व अनिल रावत ने अपने दिल की बात कही। उन्होंने बताया कि मेले में हमने झूले देखे थे लेकिन उनमें कभी बैठे नहीं थे। खान-पान के बड़े-बड़े स्टॉल देखकर मेरा भी मन ललचाता था, मगर आज कलेक्टर सर ने मद्रास कैफे में बैठाकर हम सबकी हसरत पूरी कर दी।

आनंदम विभाग और ग्वालियर मेला प्राधिकरण की पहल पर इन बेसहारा बच्चों को गुरुवार का दिन पूरी मस्ती से गुजारने का अवसर मिला। इन बच्चों ने जिलाधीश राहुल जैन के साथ झूले में झूला झूला। स्ट्रीट चिल्ड्रन ने मेले में अप्पूघर देखा और मौत का कुंआ के हैरतअंगेज करतब भी देखे। साथ ही विभिन्न प्रकार के झूलों का भी लुत्फ उठाया।

जो बच्चे कभी मेला जाने का साहस नहीं जुटा पाते थे वे गुरुवार को मेले में लगे इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के बड़े-बड़े शोरूम देखकर आश्चर्यचकित रह गए। बच्चों ने इसके अलावा मेले के अन्य सेक्टरों का भी भ्रमण किया। इसके बाद मद्रास कैफे में बैठकर किसी ने आइसक्रीम, किसी ने डोसा तो किसी ने चाऊमीन व छोले भटूरे सहित विभिन्न प्रकार के लजीज व स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय पागनबीसी में ऐसे बच्चों को निशुल्क भर्ती कराया गया है जो बेघर व अनाथ हैं। साथ ही पॉलिथीन बीनते थे या किसी अन्य प्रकार के बाल श्रम से जुड़े हुए थे।

जिलाधिकारी जैन ने हाल ही में इस आवासीय केंद्र में बच्चों के लिए नए रैक व सोने के लिए कई पलंगों का इंतजाम कराया है।

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