अंडर गारमेंट में छुपा कर करती थी ऐसा काम, पुलिस ने किया पर्दाफाश
एजेंसी/ जालंधर : पुलिस ने अंडर गारमेंट में नशे की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक 70 वर्षीय हरगिलत सिंह उर्फ गेला अपने 63 साल के दोस्त अब्दुल सलीम के साथ मिलकर बरेली से स्मैक और अफीम की तस्करी का कारोबार कर रहा था। दोनों ने बरेली की ही रहने वाली एक 35 वर्षीय महिला को अपने नेटवर्क का हिस्सा बनाया हुआ था, जो कि अपने अंडर गारमेंट में नशा छुपा कर लाती थी।
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके पास से 200 ग्राम स्मैक और 100 ग्राम अफीम बरामद की है। यह गैंग दोआबा, हरियाणा और दिल्ली में माल सप्लाई करती थी। डीएसपी सरबजीत सिंह और एसएचओ जतिंदर सिंह के मुताबिक चौकी अपरा के इंचार्ज पुष्पबाली को सूचना मिली थी कि फिल्लौर के गांव मोरों का गेला, बरेली के अब्दुल सलीम के साथ मिलकर नशा तस्करी करते हैं। वह एक महिला अनीता के साथ अपरा के जज्जां चौक में किसी ग्राहक को डिलवरी देने रहे हैं। पुलिस छपा मरकर उन्हें हिरासत में ले लिया।
डीएसपी ने बताया कि दोनों एक दूसरे को बीस साल से जानते हैं और उन पर केस भी दर्ज है। आरोपी अब्दुल ने बताया कि गेला ग्राहक ढूंढने का काम करता है । वह हर बार 200 ग्राम स्मैक और 100 ग्राम अफीम लेकर आते थे। अब्दुल ने बताया कि वह यूपी के फतेहगंज के तस्कर छोटे खान से माल लेता है। वह दोनों काफी समय से ऐसा कर रहे हैं। वह अकसर ट्रेन में ही नशा लेकर आते थे। वह बूढ़ा है और एक महिला को साथ देखकर कोई नहीं पूछता था। आरोपी अनीता ने बताया कि तीन साल पहले उसके पति कि मौत हो चुकी है।
बच्चे पालने थे और कोई काम नहीं था। बरेली में अब्दुल से बात हुई तो उसने बताया कि छोटा सा काम है। हर डिलवरी पर उसे वह दो हजार रुपए देगा। अनीता कहती है कि उसे स्मैक और अफीम को पैकेट बनाकर दिए जाते थे। वह उसे अंडर गारमेंट में छुपा लेती थी। डीएसपी के मुताबिक पुलिस पता लगा रही है कि इनके ग्राहक कौन-कौन है। थाना फिल्लौर में इनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत पर्चा दर्ज किया गया है।