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गलियों में चाय बेचते-बेचते बन गया करोड़पति डॉन, जीता है ग्लैमरस लाइफ

sfd_57340700cf157 (1)एजेंसी/ नागपुर: कुख्यात डॉन संतोष आंबेकर मंगलवार को जमानत पर जेल से रिहा हो गया। नागपुर में जेल से बाहर आते ही उसके साथियो ने जोरदार स्वागत किया। सूत्रों के हवाले से आंबेकर ने मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में मकोका कार्रवाई को लेकर अपील की थी। सुनवाई के दौरान उसे जमानत पर छोड़ना पड़ा। इसके बाद आंबेकर जैसे ही सलाखों से बाहर आया उसके साथियो में उत्साह दिखाई दिया, वहीं आंबेकर के खिलाफ कार्रवाई करने वाले पुलिस कर्मियों के चेहरे पर मायूसी छा गई।

आंबेकर के रिहा होने की जानकारी मिलते ही मंगलवार को उसे जेल से रीसीव करने के लिए कई लोग पहुंचे थे। आपको बता दें कि आंबेकर की रियल लाइफ किसी फिल्मी डॉन से काम नहीं है। संतोष आंबेकर को नागपुर का सबसे बड़ा डॉन कहा जाता है। वह कभी नागपुर के इतवारी की गलियों में चाय की दुकान चलाता था। आंबेकर और उसकी गैंग पर महाराष्ट्र सरकार ने ‘मकोका’ लगाया है। उस पर मर्डर, रंगदारी, गैंगवार समेत कई मुक़दमे दर्ज़ है। पुलिस के मुताबिक, नागपुर के अपराध जगत में वह सबसे अमीर बदमाश है।

जानकारी के मुताबिक उसके बंगले की कीमत करीब 4 करोड़ रुपए बताई जाती है। कई बड़े राजनेताओं से भी उसकी अच्छी पहचान है। संतोष आंबेकर नागपुर के बीजेपी विधायक विकास कुंभारे की विजयी रैली में नजर आया था। रैली में उसे देखकर लोग हैरान थे, क्योंकि आंबेकर की पुलिस तलाश कर रही थी और वह खुलेआम रैलियों में घूम रहा था। आंबेकर को तीन बार मकोका कानून के तहत हिरासत में लिया जा चूका है । उसने नागपुर के एक बिल्डर को गन पॉइंट पर लेकर 65 लाख रुपए का हफ्ता मंगा था इस मामले में क्राइम ब्रांच ने डॉन संतोष आंबेकर सहित 5 आरोपियों को कुछ समय पहले गिरफ्तार किया था।

आंबेकर के साथ उसके गैंग मेम्बर्स युवराज माथनकर, गौतम भटकर, आकाश बोरकर और संजय फातोडे को भी हिरासत में लिया गया था। बता दे कि अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली को जब नागपुर जेल से पेरोल पर छूटे थे, तब संतोष आंबेकर अपनी गैंग के साथ उनसे मिलने पहुंचा था। दोनों डॉन के मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी बहुत तेजी से वायरल हुई थी।

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