केपटाउन टेस्ट : स्विंग और पेस के आगे बेबस भारत हार के करीब
केपटाउन, 8 जनवरी (आईएएनएस)| मोर्ने मोर्केल (2/29) और वर्नोन फिलेंडर (2/17) की शानदार गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए हार का कारण बन गई। कगीसो रबादा (2/30) ने भी मेहमान टीम को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाई। मोर्केल, रबादा और फिलेंडर ने सोमवार को पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन चायकाल तक दक्षिण अफ्रीका की ओर से 208 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय टीम के सात बल्लेबाजों को आउट कर उसे हार के करीब पहुंचा दिया है।
न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर जारी इस मैच में अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी भारतीय टीम दूसरे सत्र की समाप्ति तक सात विकेट के नुकसान पर केवल 82 रन ही बन पाई है। अश्विन एक रन बनाकर नाबाद हैं।
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 130 रनों पर समेटने के बाद 208 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय टीम का पहला विकेट 30 के कुलयोग पर शिखर धवन (16) के रूप में गिरा। उन्हें मोर्केल की गेंद पर क्रिस मोरिस ने कैच आउट किया। इसी स्कोर पर फिलेंडर ने मेहमान टीम को दूसरा झटका भी दिया।
फिलेंडर ने 30 के कुल स्कोर पर ही सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (13) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इसके बाद टीम की पारी संभालने आए टेस्ट प्रारूप के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (4) और कप्तान विराट कोहली (28) ने नौ रन ही जोड़े थे कि पुजारा 39 के स्कोर पर मोर्केल की गेंद पर विकेट के पीछे क्विंटन डी कॉक की गेंद पर लपके गए।
कोहली ने इसके बाद रोहित शर्मा (10) के साथ मिलकर 32 रनों की साझेदारी कर टीम को किसी तरह 71 के स्कोर पर पहुंचाया। इस स्कोर पर फिलेंडर ने कोहली को पगबाधा आउट कर इस साझेदारी को मजबूत होने से पहले ही तोड़ दिया। 71 के स्कोर पर रोहित भी आउट हो सकते थे, लेकिन रबादा की गेंद पर मिले कैच को छोड़कर केशव महाराज ने रोहित को जीवनदान दिया।
इस जीवनदान का रोहित सही इस्तेमाल नहीं कर पाए और भाग्य ने दोबारा उनका साथ नहीं दिया। फिलेंडर ने उन्हें अगले ही ओवर में बोल्ड कर भारतीय टीम का पांचवां विकेट भी गिरा दिया।
रोहित के बाद मैदान पर रिद्धिमान साहा (8) का साथ देने आए हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या (1) 77 के स्कोर पर रबादा की गेंद पर डिविलियर्स के हाथों लपके गए।
अश्विन और साहा ने पांच रन जोड़े ही थे कि रबादा ने साहा को पगबाधा आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके साथ ही दूसरे सत्र के समापन की घोषणा कर दी गई।
भारतीय टीम 82 के कुल स्कोर पर अपने सात विकेट गंवा चुकी है और जीत के लिए उसे 126 रनों की जरूरत है, लेकिन अपने सभी अहम बल्लेबाजों को खो चुकी मेहमान टीम के पास अब केवल तीन विकेट बाकी हैं।
इससे पहले, मेजबान टीम को सस्ते में समेटने में मोहम्मद शमी (3/28) और जसप्रीत बुमराह (3/39) के अलावा, भुवनेश्वर कुमार (2/33) और हार्दिक पांड्या (2/27) ने अहम भूमिका निभाई।
तीसरे दिन का खेल बारिश के कारण बाधित रहा था। अपने दूसरे दिन के स्कोर दो विकेट पर 65 रनों से आगे खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम भारतीय गेंदबाजों के आगे बेबस नजर आई 65 रन जोड़कर पवेलियन लौट गई। 41.2 ओवरों का सामना करने वाली मेजबान टीम ने अपने आठ विकेट 65 रनों पर गंवा दिए।
इस पारी में दक्षिण अफ्रीका के लिए डिविलियर्स ने सबसे अधिक 35 रन बनाए। इसके अलावा, एडम मकरम ने 34 और डीन एल्गर ने 25 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा, कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया।