क्या सही साबित हो रहा है अर्जुन का सपना
एजेंसी/ आज जो कलयुग में हो रहा है वह ठीक होते हुए भी ठीक नहीं है माँ-बाप अपनी औलाद को जरुरत से ज्यादा प्यार दे रहे है जो की सही होते हुए भी सही नहीं है। माता-पिता को अपनी संतान बहुत प्यारी होती है जिसे वे स्वयं से ज्यादा चाहते है लेकिन आज के समय में यह सही है जानिये कृष्ण-अर्जुन की गीता में लिखी कहानी से।
अर्जुन ने एक रात को स्वप्न में देखा की एक गाय अपने नवजात बछड़े को प्रेम से चाट रही है। चाटते-चाटते वह गाय उस बछड़े की कोमल खाल को छील देती है। उसके शरीर से रक्त निकलने लगता है और वह बेहोश होकर नीचे गिर जाता है। एकाएक अर्जुन भी नींद से जाग जाते हैं, तत्पश्चात् उन्हें सुबह तक उक्त स्वप्न के कारण नींद भी नहीं आती।
अर्जुन प्रातः यह स्वप्न भगवान को बताते है। भगवान मुस्कुरा कर कहते हैं की यह स्वप्न कलियुग का लक्षण है। कलियुग में माता – पिता अपनी संतान को इतना प्रेम करेंगे, उन्हें सुख सुविधाओं का इतना व्यसनी बना देंगे की उनकी संताने उनमे डूबकर अपनी ही हानि कर बैठेंगे, सुविधाभोगी और कुमार्गगामी बनकर विभिन्न अज्ञानताओं में फंसकर अपने होश गंवा देंगे।
अर्जुन द्वारा देखा गया स्वप्न आज सच होता नजर आ रहा है…