60 हजार लीटर जानलेवा जहरीला दूध रोज पीता है लखनऊ !
आपके घरों में आने वाला दूध क्या असल में दूध ही है या यूरिया, रिफाइंड मिला हुआ केमिकलयुक्त कोई पदार्थ। अगर आपके घर में आने वाले दूध की सप्लाई हरदोई, संडीला, उन्नाव या आस-पास के जिलों से हो रही है तो जांच जरूर करवा लें। संडीला में हाल में पकड़े गए सिंथेटिक दूध बनाने वाले शख्स ने बताया कि रोजाना 50 से 60 हजार लीटर नकली दूध की खपत लखनऊ और आसपास के इलाकों में होती है।
लखनऊ के चारबाग, ठाकुरगंज, दुबग्गा, काकोरी और मड़ियांव की दूध मंडियों की पड़ताल में पता चला कि यहां दूध की सप्लाई लगभग आधी हो गई है। मतलब साफ है कि इन पांचों मंडियों में संडीला से रोजाना 60 हजार लीटर तक दूध आता था, जो सिंथेटिक मिल्कि था।
ठाकुरगंज दूध मंडी की पड़ताल में पता चला कि संडीला से आने वाले दूधिए मंडी के बाहर ही रुककर ग्राहकों को बरगलाते हैं और 29 रुपये प्रति लीटर के दाम पर दूध बेच देते हैं। जबकि मंडी में दूध का थोक रेट 35 से 40 रुपये प्रतिलीटर है।
जानलेवा जहरीले दूध का यह खेल फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रे शन यानी एफएसडीए की सुस्ती के कारण चल रहा है। मजे की बात यह है कि बीते 27 दिसम्बर को हरदोई रूट और लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में निकले एफएसडीए के 28 फूड सेफ्टी अफसर महज चार सैंपल लेकर ही लौट आए।
ये सैंपल मंडी की बजाय सड़क से गुजरने वाले दूधियों से लिए गए थे। एफएसडीए और प्रशासनिक अफसरों की इस तरह की खानापूरी ने करोड़ों लोगों की सेहत को खतरे में डाल दिया है। अब ये आपकी जिम्मेरदारी है कि सिंथेटिक दूध आपके घर तक किसी भी कीमत पर न पहुंचे।
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