कुछ विमानन कंपनियों का भोजन बेकार, गुणवत्ता सुधार जरूरी : संसदीय समिति
नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)| विमानन कंपनियों को बढ़िया गुणवत्ता के भोजन पेश करने चाहिए तथा समय-समय पर मेन्यू में भी बदलाव लाना चाहिए। संसद की एक स्थायी समिति ने अपनी रपट में यह सुझाव दिया है। समिति ने इंडिगो की मधुमेह से पीड़ित यात्रियों को भी भोजन मुहैया नहीं कराने को लेकर कड़ी आलोचना की।
रपट में कहा गया है, समिति के कई सदस्यों का कहना है कि विमानन कंपनियों द्वारा बेहतर गुणवत्ता के भोजन मुहैया कराने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि मेन्यू में समय-समय पर बदलाव की जरूरत है। कुछ मामलों में ऐसे भोजन परोसे गए हैं, जो बिल्कुल बेकार होते हैं।
परिवहन, पर्यटन और संस्कृति समिति ने ‘विमानन कंपनियों के प्रति ग्राहक संतुष्टि में सुधार संबंधी मुद्दे’ पर अपनी रपट में कड़े शब्दों में कहा है, जेट एयरवेज के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) ने समिति के समक्ष यह स्वीकार किया कि हाल के दिनों में जेट एयरवेज द्वारा परोसे गए खाने की गुणवत्ता गिरी है और उन्होंने आश्वासन दिया कि कुछ हफ्तों में इसमें सुधार कर लिया जाएगा। हालांकि स्पाइस जेट, एयर एशिया और एयर इंडिया में परोसे जानेवाले खानों की कम शिकायतें मिली हैं, जबकि विस्तारा में परोसे गए खाने की हर किसी ने प्रशंसा की है। 26 पन्नों की यह रपट चार जनवरी को संसद पटल पर रखी गई थी।
रपट में कहा गया है कि समिति को यह सूचित किया गया कि किफायती विमानन कंपनियों, खासकर इंडिगो में यात्रियों को पानी और भोजन प्राप्त करने में काफी कठिनाइयां होती हैं।
रपट में कहा गया है, इंडिगो में खाना पहले से बुक करना जरूरी होता है। अगर कोई विमान में खाना मंगवाता है तो वे मना कर देते हैं। यहां तक कि जो मधुमेह व अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं, उनके लिए भी खाना मुहैया नहीं कराया जाता। यात्रियों को उड़ान से दो घंटे पहले हवाईअड्डे पर इंडिगो के काउंटर को रपट करना पड़ता है। उसके बाद उसे विमान के अंदर भी कुछ और घंटे बिताने होते हैं। ऐसे में अगर खाना और पानी नहीं मिले तो कितनी भयानक कठिनाई होगी।
समिति ने इंडिगो और अन्य किफायती विमानन कंपनियों को सिफारिश की कि वे यात्रियों के लिए मांग के आधार पर खाने की उपलब्धता सुनिश्चित करें, खास कर उनके लिए जो किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से पीड़ित हैं।
इसके अलावा समिति ने भोजन का मूल्य टिकट पर अलग से छापने की सिफारिश की है।