पाइप लाइन कब बिछी पता नहीं पर 2004 से बिल भर रहे ग्रामीण
टिहरी। कभी— कभी ऐसी खबरे आ जाती हैं जो हैरान और परेशान कर देती हैं। क्या कभी आपने ऐसा गांव देखा है, जहां पानी की लाइन न होने के बावजूद भी उसका बिल आ रहा हो। अब आप सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है। तो यह जान लीजिए अब कुछ भी हो सकता। तो हम आपको बता दें कि ऐसा हुआ है कीर्तिनगर ब्लॉक में बसा जाखी गांव के साथ। जहां भोले-भाले ग्रामीणों के साथ एक तरीके का मजाक किया गया है।
बता दे कि गांव में 100 से ज्यादा परिवार ऐसे हैं, जिनके घर अभी तक पानी की लाइन बिछी नहीं है, मगर 2004 से उनके यहां पानी का बिल आ रहा है। जिसके जिम्मेदार साफतौर पर जल संस्थान के उच्च अधिकारी की लापरवाही और उस गांव के प्रधान के द्वारा पाइप लाइन पर की गयी घोटालेबाजी है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो जल संस्थान 2014-15 में 25 लाख रुपये पाइप लाइन गांव में बिछाने के लिए आये थे, मगर प्रधान के द्वारा हेराफेरी के चलते पाइप लाइन नहीं बिछ पाई थी।
जाखी गांव में लगभग 400 परिवार हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बिना पाइप लाइन के वह 2004 से 130 रुपये महीना जल संस्थान को अदा कर रहे हैं। जिसकी कर्इ बार शिकायत उनके द्वारा विभागीय अधिकारियों से की जा चुकी है लेकिन आजतक उनकी बात पर कोर्इ अमल नहीं किया गया।
वहीं लोगों ने बताया कि चाहे कांग्रेस हो या भारतीय जनता पार्टी दोनों सरकारें बदल चुकी हैं। वह सिर्फ वोट मांगने के लिए ही हर बार वहां आते हैं, उसके बाद तो कोई दिखाई भी नहीं देता और हां गलती से कोई प्रतिनिधी आ भी जाए तो वह सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं। अब बात जब सिर से ऊपर चली गयी है तो वहां की समस्या को लेकर लोगों ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। लोगों ने कहा है कि सभी गरीबों की समस्या को दबाया जा रहा है, यदि उनकी गांव की समस्या को जल्द ही दूर नहीं किया गया तो वे धरने पर बैठने के लिए मजबूर होंगे।
उपजिलाधिकारी का इस मामले में कहना था कि उनके पास इस प्रकार की कोई शिकायत अभी तक नहीं आई है। जल संस्थान के अधिकारीयों को सूचित कर पूरे मामले की जांच की जायेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। यह तो केवल जाखी गांव की कहानी है। वहीं राज्य में जाखी गांव जैसे पता नहीं कितने होंगे, जहां इस तरह का खेल चल रहा होगा। अब देखने वाली बात ये है कि डबल इंजन कहने वाली सरकार इस तरह के खेलों को रोकने में अपनी क्या भूमिका निभाती है।