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मुसलमानों की बढ़ती आबादी देश के लिए खतरा, टूटने लगी है सामाजिक समरसता : केंद्रीय मंत्री

 

मुसलमानों की आबादी पर बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हैरतअंगेज बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मुस्लिमों की बढ़ती आबादी देश के लिए खतरा हो सकती है। चैनल न्यूज़ 18 इंडिया के मुताबिक गिरिराज सिंह ने कहा, ‘देश के अंदर बढ़ती जनसंख्या और खासकर मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या सामाजिक समरसता के लिए तो खतरा है ही लेकिन विकास के लिए भी खतरा है।

जहां-जहां हिंदुओं की जनसंख्या गिरी है वहां-वहां सामाजिक समरसता टूटी है, चाहे केरल का मल्लापुरम हो। चाहे बिहार का किशनगंज हो। चाहे उत्तर प्रदेश हो, चाहे कैराना हो, चाहे बिहार का रानीसागर हो, भोजपुर जिला हो। कई हजार उदाहरण हैं इसके। विकास और सामाजिक समरसता के लिए यह अच्छा सूचक नहीं है, इसलिए इस पर बहस होनी चाहिए और कानून बनना चाहिए।’

गिरिराज का यह बयान मुसलमानों को लेकर कोई पहला बयान नहीं है, बल्कि इससे पहले भी उन्होंने मुसलमानों को अल्पसंख्यक के दर्जे से बाहर करने की बात कही थी। गिरिराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा था कि, ‘हिंदुस्तान में मुस्लिमों की जनसंख्या इतनी है कि उन्हें अब अल्पसंख्यक से बाहर होना चाहिए। आज देश को जरूरत है अल्पसंख्यक की परिभाषा पर एक बहस की।’

वहीं, राजस्थान के अलवर से बीजेपी विधायक बनवारी लाल सिंघल ने सोमवार को मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हिंदू एक और दो बच्चे पैदा कर रहे हैं, उन्हें उनको शिक्षित करने की चिंता है, जबकि मुसलमानों को इस बात की चिंता है कि देश पर राज कैसे किया जाए। शिक्षा और विकास उनके लिए मायने नहीं रखते हैं।

उन्होंने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत विचारधारा है। इससे पहले रविवार को उन्होंने फेसबुक पर मुसलमानों पर विचार रखे थे। उन्होंने पोस्ट में लिखा था कि मुसलमान देश पर राज करने के मकसद से ज्यादा बच्चे पैदा कर रहे हैं। वे हिंदुओं को उनके ही देश में किनारे करने के लिए आबादी बढ़ा रहे हैं। वे चाहते हैं कि देश में मुस्लिम राष्ट्रपति, मुस्लिम प्रधानमंत्री और राज्यों में मुस्लिम मुख्यमंत्री हो।

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