आतंक वित्त पोषण मामले में गिलानी के बेटे ने समन की अनदेखी की
नई दिल्ली, 26 दिसम्बर (आईएएनएस)| हुर्रियत कांफ्रेंस के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के छोटे बेटे नसीम गिलानी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के समन की अनदेखी की। एनआईए ने नसीम को कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान के आतंकी समूहों से कथित तौर पर आतंकी वित्तपोषण मामले में उनकी संलिप्तता की जांच को लेकर समन जारी किया था।
एनआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, वह आज (मंगलवार को) एजेंसी के जांचकर्ताओं के समक्ष पेश नहीं हुए।
अधिकारी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि क्या नसीम गिलानी को कोई नया समन जारी किया गया है।
आतंक रोधी जांच एजेंसी ने नसीम को समन जारी किया था। नसीम श्रीनगर में शेर ए कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। उन्हें पिछले सप्ताह दिल्ली के लोधी रोड स्थित एजेंसी मुख्यालय में मंगलवार को पेश होने के लिए कहा गया था।
इससे पहले, एनआईए इस मामले में नसीम से दो बार पूछताछ कर चुकी है। एजेंसी उनके बड़े भाई नईम से दो सप्ताह में दो से अधिक बार पूछताछ कर चुकी है जो पेशे से चिकित्सक हैं।
आतंक रोधी एजेंसी कश्मीरी अलगाववादियों द्वारा आतंकवादी वित्तपोषण मामले की जांच कर रही है। एजेंसी ने अब तक एस.ए.एस. गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह समेत आधा दर्जन अलगाववादियों को गिरफ्तार किया है। एजेंसी को संदेह है कि नसीम आतंकवादी वित्तपोषण में भी शामिल है।
एनआईए ने मई में कई शीर्ष अलगाववादी नेताओं के खिलाफ घाटी में आतंकवादी वित्तपोषण के संबंध में एक से ज्यादा मामले दर्ज किए थे।
एनआईए ने 24 जुलाई को आपराधिक साजिश और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में सात अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में अफताब हिलाली शाह उर्फ शाहिद-उल-इस्लाम, अयाज अकबर खांदे, फारूक अहमद उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान, अल्ताफ अहमद शाह, राजा मेहराजुद्दीन कलवाल और बशीर अहमद भट उर्फ पीर सैफुल्ला शामिल हैं।
एजेंसी ने अगस्त मध्य में कश्मीर के मशहूर व्यवसायी जहूर अहमद शाह वताली को गिरफ्तार किया था।
आतंक वित्तपोषण मामले में अब तक कुल 19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।