दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा से महाकाल मंदिर में अभद्रता पर सियासत गर्म
उज्जैन/भोपाल, 26 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर के दर्शन करने आई दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के साथ मंदिर परिसर में कर्मचारियों द्वारा की गई अभद्रता के मामले में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने इस घटना को प्रदेश को शर्मसार करने वाला बताया, वहीं सरकार ने इस मामले को ज्यादा तूल न देने की हिदायत दी है। एवरेस्ट फतह कर चुकी पहली दिव्यांग अरुणिमा सिन्हा के साथ महाकाल के दर्शन के दौरान मंदिर कर्मचारियों द्वारा किए गए बर्ताव पर कांग्रेस सांसद कमलनाथ ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, एवरेस्ट फतह कर चुकी एक दिव्यांग बेटी अरुणिमा सिन्हा के साथ जो बर्ताव प्रदेश के महाकाल मंदिर में हुआ, वह निश्चित ही आहत करने वाला और प्रदेश वासियों को शर्मसार करने वाला है। इस घटना से शिवराज सरकार की बेटियों व दिव्यांगों के नाम पर चल रही तमाम योजनाओं की जमीनी हकीकत सामने आ गई है।
वहीं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस घटना को असंवेदनशीलता का प्रतीक बताते हुए ट्वीट किया है कि माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने वाली अरुणिमा सिन्हा को महाकाल मंदिर में दर्शन करने से रोका जाना एक बार फिर इस सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करता है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने एक दिव्यांग पर्वतारोही के साथ हुए दुर्व्यवहार को दुखद बताया। साथ ही कहा कि प्रशासनिक अमले का बर्ताव महिलाओं के प्रति कितना संवेदनशील है, यह जाहिर करने के लिए काफी है।
ज्ञात हो कि अरुणिमा सिन्हा पिछले दिनों महाकाल मंदिर में दर्शन करने गई थीं, जहां उनसे मंदिर समिति के कर्मचारियों ने अभद्रता की थी। जिस पर अरुणिमा ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को 25 दिसंबर को ट्वीट कर कहा था, मुझे आपको यह बताते हुए बहुत दु:ख है की मुझे एवरेस्ट पर जाने में इतना दु:ख नहीं हुआ, जितना मुझे महाकाल मंदिर उज्जैन में हुआ। वहां मेरी दिव्यांगता का मजाक बना।
इस मसले पर राज्य के सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग का कहना है कि महाकाल मंदिर के मुद्दे पर बहस नहीं होना चाहिए, अरुणिमा से उनकी (सारंग) बात हुई है, जिसमें अरुणिमा ने खुद उनसे कहा है कि वह इस मामले पर विवाद नहीं होने देना चाहतीं।
वहीं दूसरी ओर मंदिर प्रशासन समिति ने अरुणिमा के आरोपों की पुष्टि के लिए वीडियो फूटेज खंगाले, जिसमें अरुणिमा से बहस और अभद्रता के दृश्य नजर आए। समिति के प्रशासक अवधेश शर्मा ने संवाददाताओं से कहा है कि अरुणिमा को ठेस पहुंची है तो वह स्वयं फरवरी में लखनऊ जाकर उनसे क्षमा मांगेंगे और उन्हें ससम्मान दर्शन का निमंत्रण देंगे।