बीकॉम छात्रा को पास करने के बदले असिस्टेंट प्रोफेसर ने रखी सेक्स की डिमांड
इंदौर। गुरु–शिष्य परंपरा का पालन भले ही आज के शिक्षा जगत में दूर की कौड़ी बन चुका है, लेकिन इस संबंध की मर्यादा तार–तार करने में शिक्षकों ने निर्लज्ज्ता की सारें हदें जरूर पार कर दी है। इसकी बानगी इंदौर के शासकीय कॉलेज में देखने को मिली है, जहां असिस्टेंट प्रोफेसर ने परीक्षा में पास करने के बदले छात्रा से बिस्तर गर्म करने की डिमांड कर दी।
इंदौर के उच्च शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को सांवेर के शासकीय कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संजय प्रसाद को सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि संजय प्रसाद ने परीक्षा पास कराने के बदले बीकॉम की छात्रा से सेक्शुअल रिलेशन बनाने की डिमांड की थी। यूनिवर्सिटी के मूल्यांकन केंद्र के इर्द-गिर्द भी जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है।
बीकॉम की छात्रा के परिवारीजन ने अतिरिक्त संचालक प्रो. केएन चतुर्वेदी से शिकायत की थी। आरोप था कि डॉ. प्रसाद ने पास कराने के लिए 10 हजार रुपए यूनिवर्सिटी में किसी को भिजवाने के लिए कहा था। वॉट्सएप पर चैटिंग के जरिए आपत्तिजनक डिमांड भी की गई। अतिरिक्त संचालक पांच दिन से शिकायत दबाए बैठे थे। भोपाल में बैठे आला अफसरों तक जानकारी पहुंचाई गई, तब लगी कड़ी फटकार के बाद यूनिवर्सिटी के अफसरों ने जांच करने के लिए कहा था।
शुक्रवार को प्रो. चतुर्वेदी ने सांवेर कॉलेज पहुंचकर फैकल्टी और कुछ छात्राओं से बात की। जांच रिपोर्ट तैयार करने से पहले ही विभाग ने डॉ. प्रसाद के निलंबन के आदेश जारी कर दिए। उन्हें झाबुआ अटैच किया गया है।
बता दें कि विभाग ने मामले की गंभीरता से जांच कराने के आदेश दिए हैं। शिकायत के साथ छात्रा के वॉट्सएप के प्रिंटआउट भी संलग्न किए गए थे। इसमें डॉ. प्रसाद की मंशा साफ जाहिर हो रही है।
कई पेजों में निकाले गए इन प्रिंटआउट को देखने के बाद साफ पता चलता है कि छात्रा के प्रति प्रोफेसर की नीयत ठीक नहीं थी। इन प्रिंटआउट में छात्रा और प्रोफेसर के बीच की बातचीत का पूरा रिकॉर्ड है। शिकायत में 10 हजार रुपए यूनिवर्सिटी में किसी व्यक्ति तक पहुंचाने का उल्लेख है। माना जा रहा है कि जांच मूल्यांकन केंद्र तक भी पहुंच सकती है।
अतिरिक्त संचालक प्रो. केएन चतुर्वेदी ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है। शुक्रवार को वह खुद जानकारी लेने कॉलेज गए थे। शासन ने शिकायत और वॉट्सएप के प्रिंटआउट के आधार पर उन्हें सस्पेंड किया। छात्रा या परिवारीजन पुलिस रिपोर्ट करवा सकते हैं।