एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बिगड़कर ‘सीवियर प्लस’ हुई
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (आईएएनएस)| दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में हवा की गुणवत्ता 36 दिनों के अंतराल के बाद गुरुवार को बिगड़कर ‘सीवियर प्लस या इमरजेंसी’ श्रेणी में पहुंच गई। इससे पहले एनसीआर ने 7 से 14 नवंबर के बीच ‘इमरजेंसी या सीवियर प्लस’ के वायु प्रदूषण का सामना किया था।
कई मौसम कारकों के वजह से प्रदूषण स्तर के बढ़ने से एनसीआर बुधवार को धुंध से धिर गया। बीते कई घंटों से दिल्ली आपातस्थिति का सामना कर रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने आईएएनएस से कहा, मौजूदा समय में हवा की रफ्तार घटकर 1.8 मील प्रति सेकेंड हो गई है। उत्तर से चल रही हवाओं से तापमान में गिरावट आई है।
एनसीआर में गुरुवार को मुख्य प्रदूषक पीएम2.5 (हवा में लंबित कणों जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर से कम रहा) 300 यूनिट से ऊपर रहा, गाजियाबाद में वसुंधरा व पूर्वी दिल्ली में आनंद विहार सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाके रहे।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार, आनंद विहार में गुरुवार को दोपहर बाद 3 बजे पीएम2.5 की सांद्रता 491 यूनिट रही और गाजियाबाद में 550 यूनिट रही। यह प्रदूषण अंतर्राष्ट्रीय मानकों से 19 से 22 गुना ज्यादा रहा।
वायु की गुणवत्ता पीएम 2.5 की सांद्रता 300 यूनिट से ऊपर या पीएम10 के 500 यूनिट से ऊपर होने पर इसे ‘सीवीयर प्लस या इमरजेंसी’ श्रेणी में रखी जाती है।